किसान आंदोलन को मोदी के प्रवक्ता के नजरिए से कवर करने का खामियाजा आजतक चैनल को भी उठाना पड़ रहा है। आजतक कभी जनता का चैनल माना जाता था।
आजतक तब सत्ताओं-सरकारों से आंख में आंख डाल सवाल करता था, अपने खोजी पत्रकारों के जरिए स्टिंग कर सरकारी विद्रूपताओं को नंगा करता था। लेकिन मोदी राज आने के बाद ये सब पत्रकारीय बातें आजतक के लिए बीते जमाने की बातें हो चुकी हैं। ये आजतक चैनल अब दलाल चैनल बन चुका है। इसका शुमार ज़ी न्यूज़, रिपब्लिक भारत जैसे कुख्यात सत्ता परस्त गोदी मीडिया चैनलों में किया जाता है।
आजतक न्यूज़ चैनल को अब जब भी देखिए तो ये सत्ता की भाषा बोलते हुए विपक्षी दलों पर हमलावर रहता है। किसान आंदोलन में शामिल लोग गोदी मीडिया को सरेआम दुत्कार कर भगा रहे हैं। देखें ये एक पोस्टर-