विक्रम सिंह चौहान-
इस आदमी को ध्यान से देखिए. एक रिपोर्ट से अडानी को 6.1 अरब डॉलर यानी 489,99,30,00,000 का झटका दे दिया . नाम हैं नाथन एंडरसन.

अडानी ग्रुप की वित्तीय गड़बडियों पर इनके फर्म “हिंडनबर्ग” की रिपोर्ट ने सनसनी मचा दिया है और लगातार धड़ाम होने की ओर है अडानी ग्रुप के शेयर.
कमाल यह है नाथन ने इजराइल में एक एम्बुलेंस ड्राइवर के तौर पर भी काम किया है.2017 में इन्होंने हिंडनबर्ग की स्थापना की जिसका मुख्य उद्देश्य मानव निर्मित आपदाओ और वित्तीय गड़बडियों का पड़ताल करना है.
इनकी संस्था में सिर्फ 10 लोग काम करते हैं. रिपोर्ट में इन्होंने अडानी ग्रुप से धोखाधड़ी और वित्तीय गड़बड़ी से जुड़े 88 सवाल किये है जिसका जवाब नहीं है देश की सार्वजनिक संपत्ति लूटकर विश्व के चौथे धनी बनें अडानी के पास. लग रहा जितनी तेजी से ये बढ़ा है, अब घट भी जायेगा.
पूरी कहानी जानने के लिए ये वीडियो देखें-
कृष्णकांत-
एक एंबुलेंस ड्राइवर ने चाबी भरी और अडानी के रेत का महल दरकने लगा। डंकापति ने पूरे देश की संपत्ति और 140 करोड़ लोगों का मुस्तकबिल दांव पर लगाकर यह रेत का महल बनवाया हैं। एक झटके में अडानी के 6.1 अरब डॉलर डूब गए।
हिंडनबर्ग रिसर्च नाम की संस्था ने दो साल के रिसर्च के बाद रिपोर्ट प्रकाशित की कि अडानी का साम्राज्य पूरा भ्रष्टाचार, धोखाधड़ी, झूठ और लूट पर टिका है। इसके लिए मॉरीशस रूट से लेकर शेल कंपनियों तक का सहारा लिया गया है। इस रिपोर्ट से कॉरपोरेट जगत में सनसनी है। इस संस्था के फाउंडर हैं नाथन एंडरसन जो कभी एंबुलेंस ड्राइवर हुआ करते थे।
एंडरसन ने 2017 में हिंडनबर्ग रिसर्च की स्थापना की थी जिसका मकसद मानव निर्मित आपदाओं और वित्तीय गड़बडियों की पड़ताल करना है. संस्था ने अडानी समूह को 88 सवाल भेजे थे। अडानी जवाब देने की जगह मीडिया में गाना गा रहे हैं।
डंकापति ने देश की कुल रिजर्व संपत्ति का आधा अपने दोस्त को सौंप दिया है। वह जिस द्रुत गति से अमीर हुआ है, उसी गति से डूबेगा, साथ में देश को भी ले डूबेगा।
खैर, एंडरसन को सलाम और भारत के गोदी मीडिया को हजार लानतें।