Vinod Kapri : कल से अब तक TV9 की कई महिला पत्रकारों ने फ़ोन किया, जिनमें से तीन ने साफ बताया कि कई और सीनियर काफ़ी वक्त से उन्हें मैसेज (जो इनके पास सुरक्षित हैं) भेज रहे हैं, आगे बढ़ाने के सपने दिखा रहे हैं और बाहर मिलने को कह रहे हैं। ये तीनों छोटे शहरों से आई हैं।
ये तीनों कह रही हैं कि हम तंग आ चुके हैं। नौकरी जाने का भी डर नहीं है।डर बस ये है कि हमारी तकलीफ़ के बारे में घरवालों को पता चला तो वो हमें तुरंत वापस बुला लेंगे।मैंने उन्हें समझाया है कि आप कैसे भी घरवालों को शिकायत करने के लिए convince करो और कहो कि ये सम्मान की लड़ाई है।
तीनों लड़कियाँ आजकल में अपने माता पिता से बात करेंगी। इस बीच मेरी सलाह है कि जो भी सीनियर पुरूष पत्रकार इन नई महिला पत्रकारों को मैसेज भेजते रहे (जिन्होंने भेजे हैं, वो तो जानते ही होंगे) वो बात बिगड़ने से पहले खुद ही अपने लिए सम्मान का कोई रास्ता ढूँढ लें क्योंकि लड़कियाँ अब डरने वाली नहीं हैं।
Ajit Anjum : ये तीन स्क्रीन शॉट TV9 भारतवर्ष एक सीनियर TV पत्रकार की मानसिक विकृति के सबूत हैं.
अपने ओहदे का इस्तेमाल करके ट्रेनी लड़कियों को अपने जाल में फंसाने की कोशिश कर रहे इस शख्स की असलियत सुनकर हैरान हूं.
उन लड़कियों ने अपने बॉस को एक्सपोज करने की हिम्मत न दिखाई होती तो पता नहीं ये किस हद तक जाता …
वरिष्ठ पत्रकार विनोद कापड़ी और अजीत अंजुम की एफबी वॉल से.
इसे भी पढ़ें-