उत्तराखंड के एक आरटीओ ने अपनी अकड़ दिखाते हुए पहले धमकाया फिर मुकदमा दर्ज करा दिया.. वरिष्ठ पत्रकार को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है… मामला जनज्वार के संपादक अजय प्रकाश से जुड़ा है… उन्हें उत्तराखंड में उधमसिंहनगर जिले की पुलभट्ठा थाने की पुलिस ने हिरासत में लिया है… आरटीओ ने इसी थाने में एफआईआर दर्ज कराया है… आरटीओ ने लाइव वीडियो में उन्हें धमकी दी थी कि सलाखों के पीछे डाल देगा…
जाम लगवाने में सहयोगी बना हुआ था RTO
जनज्वार के संपादक अजय प्रकाश को उधमसिंहनगर के पुलभट्ठा थाने में आरटीओ की शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर हिरासत में ले लिया है पुलिस ने। आरटीओ ने लाइव वीडियो में उन्हें धमकी दी थी कि सलाखों के पीछे डाल देगा।
बता दें कि जनज्वार की टीम उत्तराखंड के चुनाव में जनता मिजाज जानने के लिए निकली थी। उत्तराखंड बरेली रोड पर एआरटीओ के साथ उनकी तीखी बहस देखने मिली थी। एआरटीओ ने काफी समय तक वाहनों को रोका हुआ था। इसी दौरान उन्होंने जनज्वार की टीम के ड्राइवर का लाइसेंस और कागज मांगा। फिर लाइसेंस अपने पास ही रख लिया। उनसे पूछने पर की ये कौन सा तरीका है तो उन्होंने अजय प्रकाश को जेल भेजने की धमकी दे डाली।
बाद में आरटीओ ने थाने में मुकदमा दर्ज करा दिया और पुलिस ने फौरन अजय प्रकाश को हिरासत में ले लिया. अफसर द्वारा हनक और अकड़ दिखाने के चक्कर में एक वरिष्ठ पत्रकार को हिरासत में लिया जाना शर्मनाक है. पत्रकारों ने आरटीओ को सस्पेंड करने और पुलिस वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई किए जाने की मांग की है.
Comments on “RTO ने पहले धमकाया फिर मुकदमा दर्ज कराया, ‘जनज्वार’ संपादक अजय प्रकाश पुलिस हिरासत में!”
State Chief Minister and Higher authorities should immediate suspend and take strict action against ARTO and concerned officer and ensure safe working environment for the journalists and media professionals.
Uttarakhand Journalists come forward to oppose such incidents and attack on journalists by govt. officers or others.
JWJU strongly condemn this incident.
भाजपा राज है साहब, जो भी सवाल पूछेगा, वो देशद्रोही करार दिया जाएगा, भाजपा राज आने के बाद विरोधियों की तरह मीडिया वालों पर चुन चुनकर मुकदमे दर्ज हुए हैं, यही कारण है कि किसी भी पत्रकार की हिम्मत नही कि भाजपा के भ्रष्टाचार पर कुछ बोल पाए।