बिहार के सीतामढ़ी जिले के जाने-माने पत्रकार अजय विद्रोही को स्थानीय बसुश्री चौक के पास सरेआम दो अपराधियो ने दौड़ाकर गोली मार दी है। विद्रोही पूर्व में दैनिक जागरण में कार्यरत थे लेकिन अभी स्वतंत्र पत्रकार के रूप में काम कर रहे थे। हत्या के खिलाफ स्थानीय जनता के आक्रोश को देखकर अस्पताल से एएसपी और नगर कोतवाल भाग खड़े हुए। सीवान, मोतिहारी, बेतिया, बगहां, मुजफ्फरपुर, शिवहर, सीतामढ़ी सहित कई जिलों के पत्रकारों ने घटना को निंदनीय करार देते हुए शोक व्यक्त किया।
घटना मंगलवार रात साढ़े दस बजे की है. श्री विद्रोही बाजार से घर पैदल लौट रहे थे. उनके सोनी में गोली मारी गई. हंसमुख और मिलनसार प्रकृति के श्री विद्रोही की हत्या की सूचना मिलते ही लोग आक्रोशित हो गए. उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. पुलिस बल के साथ अस्पताल पहुंचे एएसपी अभियान संजीव कुमार को नाराज जनता ने उलटे पांव लौटने पर मजबूर कर दिया. स्थानीय विधायक सुनील कुमार पिंटू का लोगों ने घेराव किया. अजय विद्रोही 25 वर्षों से पत्रकारिता कर रहे थे. उनकी उम्र 55 साल थी. नेशनल जर्नलिस्ट यूनियन आफ इंडिया बिहार इकाई के महासचिव राकेश प्रवीर ने इस घटना की कठोर शब्दों में निंदा की है। उन्होंने अपराधियों की अविलम्ब गिरफ्तारी व पत्रकारों की सुरक्षा की माँग की। प्रवीर ने मृतक पत्रकार के परिजनों को उचित मुआवजा देने की भी मांग की।
घटना से नाराज लोगों ने बुधवार सुबह से ही सीतामढ़ी बाजार को बंद करा दिया। घटना के बारे में बताया जाता है कि मंगलवार रात बाइक पर सवार तीन अपराधियों ने शराब दुकान के सामने खड़े स्वतंत्र पत्रकार अजय विद्रोही को गोली मार दी। लोगों के शोर शराबे के बाद अपराधी फरार हो गए। अजय नगर थाना क्षेत्र के कोट बाजार वार्ड 14 में रहते थे। पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है। भाजपा विधायक सुनील कुमार पिन्टू ने कहा कि अगर पुलिस शहर में चौकस रहती तो इस तरह की घटना नहीं होती। प्रशासन की लापरवाही के कारण अपराधियों का मनोबल बढ़ा हुआ है।
vidya nand mishra
September 30, 2015 at 4:24 am
पत्रकार अजय विद्रोही की हत्या यह बताने के लिए काफी है कि मौजूदा समय में बिहार में प्रशासन की क्या स्थिति है।