प्रमुख पंजाबी अखबार ‘अजीत’ के संपादक डॉ. हमदर्द सरकार के निशाने पर

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अमरीक-

पंजाब का प्रमुख पंजाबी अखबार ‘अजीत’ (हिंदी संस्करण/अजीत समाचार) एकबारगी फिर सूबे की भगवंत मान की अगुवाई वाली आम आदमी पार्टी के निशाने पर है। पदम् भूषण डॉ. बरजिंदर सिंह हमदर्द इसके मुख्य संपादक हैं। राज्य सरकार की आलोचनात्मक टिप्पणियों के चलते ‘अजीत’ को मिलने वाले सरकारी विज्ञापन कुछ महीने पहले रोक लिए गए थे।

डॉ. हमदर्द जंग-ए-आजादी स्मारक के पूर्व चेयरमैन हैं। यह स्मारक 2012 में तत्कालीन शिरोमणि अकाली दल-भाजपा गठबंधन सरकार ने जालंधर से 18 किलोमीटर दूर करतारपुर में 25 एकड़ में बनाया था। 315 करोड़ रूपए खर्च करके। डॉ. बरजिंदर सिंह हमदर्द शुरू से ही इस प्रोजेक्ट में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे थे। आप सरकार के गठन के बाद इस प्रोजेक्ट की विजिलेंस जांच शुरू हुई।

हमदर्द ने 10 अप्रैल को जंग-ए-आजादी यादगार स्मारक के चेयरमैन के तौर पर पद छोड़ दिया था। अब उन्हें विजिलेंस ने कथित भ्रष्टाचार के मामले में 29 मई को पेश होने के लिए कहा है। विजिलेंस जालंधर जोन के एसएसपी राजेश्वर सिंह सिद्धू ने डॉ. हमदर्द को नोटिस जारी करने की पुष्टि की है। इससे पंजाब की सियासत खांसी गरमा गई है। माना जा रहा है कि यह कदम प्रेस की आजादी पर हमला है। इस बाबत आम आदमी पार्टी की से ओर हाल-फिलहाल तक कोई बोलने को तैयार नहीं। विपक्ष की ओर से खुलकर विरोध किया जा रहा है।

डॉ. बरजिंदर सिंह हमदर्द का कहना है कि वह सरकारी जबर के आगे नहीं झुकेंगे और न ही अपने पत्रकारिता के उसूलों के साथ कोई समझौता करेंगे, बेशक इसकी कोई भी कीमत कि न उठानी पड़े। वह कहते हैं कि शहीदों व देशभक्तों के मान-सम्मान को कायम रखने के लिए सरकार के हर तरह के जुल्म का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। वहीं नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा, पंजाब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजा अमरिंदर सिंह वडिंग, पूर्व मुख्यमंत्री राजिंदर कौर भट्ठल, शिरोमणि अकाली दल प्रधान सांसद सुखबीर सिंह बादल, पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल, भाजपा नेता सुनील कुमार जाखड़, पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, पंजाब प्रदेश भाजपा प्रधान अश्वनी शर्मा, शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) के अध्यक्ष सुखदेव सिंह ढींडसा और पूर्व मंत्री बिक्रमजीत सिंह मजीठिया ने डॉ. बरजिंदर सिंह हमदर्द को विजिलेंस ब्यूरो द्वारा तलब करने की कड़ी निंदा की है।

पूर्व मुख्यमंत्री राजिंदर कौर भट्ठल कहती हैं, “यह पंजाब में मीडिया पर अघोषित आपातकाल लगाने का बड़ा उदाहरण है।” सुखबीर सिंह बादल के मुताबिक, “भगवंत मान सत्ता के नशे में चूर हैं। वह हर उस आवाज को दबा रहे हैं जो उनकी सरकार के खिलाफ जाती है।” पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष राजा अमरिंदर सिंह वेडिंग का कहना है कि ‘अजीत’ समूह के मुख्य संपादक डॉ. बरजिंदर सिंह हमदर्द के खिलाफ विजिलेंस की कार्रवाई से सूबे आम आदमी पार्टी सरकार का तानाशाहीपूर्ण चेहरा पूरी तरह बेनकाब हो गया है; यह आजाद प्रेस पर सरकार का खुला हमला है।

गौरतलब है कि आने वाले दिनों में यह मामला खूब धधेका। विभिन्न संगठन और मीडिया यूनियनें डॉ. हमदर्द के समर्थन में सामने आ रही हैं।

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