कृष्ण कांत-
बड़ी संख्या में सेना के पूर्व अधिकारियों और सैनिकों की पेंशन रोक दी गई है। इसमें कई 3 स्टार अधिकारी भी शामिल हैं।
पूर्व लेफ्टिनेंट जनरल डीएस हुड्डा ने पूछा है कि ‘क्या राष्ट्र की सेवा के लिए धन्यवाद कहने का यह तरीका है?’ उनके मुताबिक, सेना के कई पूर्व अधिकारियों ने शिकायत की है कि उनकी पेंंशन बिना किसी सूचना के रोक दी गई है। ज्यादातर के लिए यह आय का एकमात्र स्रोत है। उन्होंने रक्षा मंत्री से हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट किया है, ‘One Rank, One Pension’ के धोखे के बाद अब मोदी सरकार ‘All Rank, NO Pension’ की नीति अपना रही है। सैनिकों का अपमान देश का अपमान है। सरकार को पूर्व सैनिकों की पेंशन जल्द से जल्द देनी चाहिए।
जिसने उम्र भर जान हथेली पर लेकर देश की सेवा की, वह उम्र के आखिरी पड़ाव पर क्या करेगा? कहां जाएगा? देश के हर वर्ग से पेंशन और अन्य सामाजिक सुरक्षाएं क्यों छीनी जा रही हैं? यह सरकार हर तरफ से लूटने खसोटने क्यों आमादा है? पेंशन खत्म करके, महंगाई बढ़ाकर, टैक्स बढ़ाकर सिर्फ जनता को लूटने वाली नीतियां क्यों लागू की जा रही हैं? इन सबके जरिये जो पैसा आ रहा है, वह कहां जा रहा है? सिर्फ पेट्रोल और डीजल पर सरकार ने 26 लाख करोड़ की वसूली की है।
वसूली बढ़ाने के बावजूद अर्थव्यवस्था गर्त में है। बैंक डूब रहे हैं। बैंकों का छह लाख करोड़ डूब गया। 21 लाख करोड़ एनपीए हुआ पड़ा है। पूंजीपतियों का 10 लाख करोड़ माफ कर दिया गया। क्या देश में संसाधनों की बंदरबांट चल रही है? क्या यह सरकार निर्ममता से सिर्फ देश को लूट रही है?
देशवासियों को धर्म के उन्माद और फर्जी राष्ट्रवाद की चाशनी चटाकर पूरे देश के साथ धोखा किया जा रहा है।