मजदूरों-ठेकेदारों तक का पैसा मार गया…
एक बड़ी खबर आम्रपाली बिल्डर के यहां से आ रही है. बताया जा रहा है कि यह कंपनी दिवालिया होने की कगार पर पहुंच गई है. इसकी माली हालत इतनी खराब है कि यह अपने ठेकेदारों और मजदूरों तक का पैसा नहीं दे पा रही है. चर्चा है कि आम्रपाली के मालिक अनिल शर्मा ने काफी पैसा अपने राजनीतिक शौक पूरा करने के वास्ते होम कर दिया. इस चक्कर में कई कई प्रोजेक्ट लटक गए हैं और निवेशकों को न तो फ्लैट दिया जा रहा है और न ही उनका पैसा वापस किया जा रहा है.
बताया जा रहा है कि आम्रपाली के कई प्रोजेक्ट्स पर काम करने वाले ठेकेदारों और मजदूरों का दो दो साल का पैसा अनिल शर्मा ने दबा लिया है. बकाया पैसा दिए बिना इन्हें काम से हटा दिया गया है और नए ठेकेदार व मजदूरों के साथ काम चालू कर दिया गया है. इस तरह करोड़ों रुपये अनिल शर्मा ने बचा लिए. यह सब कोई बड़ा बिल्डर तब करता है जब वह वाकई दिवालिया होने की कगार पर हो. आम्रपाली के लीजर पार्क समेत ढेर सारी स्कीमों / प्रोजेक्ट्स के आठ आठ दस दस साल से लटके रहने से इसके निवेशकों में आक्रोश है.
विशेषज्ञों ने नए निवेशकों को सलाह दी है कि वे किसी कीमत पर कम से कम आम्रपाली में निवेश न करें वरना उनका पैसा भी जाएगा और मकान भी न मिलेगा. उपरोक्त तस्वीर में आप साफ दे सकते हैं कि आम्रपाली ने जिन मजदूरों और ठेकादारों का पैसा मार लिया है, वे भुखमरी के कगार पर पहुंचने के बाद अब मजबूरन अपने हक के लिए धरना प्रदर्शन करने को मजबूर हो गए हैं. आम्रपाली के सैकड़ों निवेशक पहले से ही कोर्ट कचहरी और धरना प्रदर्शन करके अपने हक के लिए संघर्ष कर रहे हैं.
शायद मोटी चमड़ी वाला बेशर्म अनिल शर्मा को इस सबसे कोई फरक नहीं पड़ता क्योंकि उसे तो लुभावने वादे करके मार्केट से करोड़ों रुपये उगाहने है और फिर अपनी ऐय्याशी के लिए राजनीति, फिल्म आदि क्षेत्रों में उड़ा डालने हैं. उल्लेखनीय है कि अनिल शर्मा के फ्राड, झूठ और मक्कारी के कारण सोशल मीडिया पर पहले भी कई बार अभियान चल चुका है. अनिल शर्मा और आम्रपाली की चोरी धोखाधड़ी से नाराज होकर इसके ब्रांड अंबेसडर पद से क्रिकेटर धोनी ने भी इस्तीफा दे दिया और खुद को अलग कर लिया.