-दीपांकर पटेल-
जब भी हाथ में कलावा पहने कोई टीवी एंकर देखिए,
समझ जाइए, वो बात कैसी भी करता हो, सरकार समर्थक या सरकार विरोधी, पर अंत में वो मनुवादी व्यवस्था का ही पोषक है, किसी मुस्लिम को टोपी पहन कर न्यूज एंकरिंग करते हुए देखा?
ज़्यादातर हिंदू एंकर धार्मिक प्रतीक चिन्हों को पहन कर एंकरिंग कर रहे हैं.
ये फ्रांस में होते तो नौकरी तक ना मिलती.
फ्रांस और धार्मिक कट्टरता पर बात करते हुए हिंदू एंकरों को ये बात याद रखनी चाहिए.
कलावा बांध कर धर्मनिरपेक्ष पत्रकारिता करने निकले हैं.
देख लीजिएगा आपका फेवरेट वाला भी कहीं रोज कलावा ना बांधकर आता हो…
One comment on “कलावा पहने एंकरों की पॉलिटिक्स”
बेवकूफाना लेख…