योगेश शर्मा-
राणा यशवन्त सर ने वायरल विडियो की कलाई सही खोली हैं। वीडियो वायरल में कुछ शरारती तत्वों ने मजाकिया अंदाज देकर इंडिया न्यूज़ एंकर शुभ्रा सुमन को सवाल भूल जाने की बात कर रहे हैं। यह गलत है बल्कि वह सवालों का जवाब दे रही है दूसरे चैनल पर, जो कि स्टैंडबाई है। यह तकनीकी चीज है जो कि टीवी प्रोडक्शन वाले लोग ही जानते हैं। इस पर अनजान आदमी सवाल नहीं उठा सकता। अगर उसको सवाल उठाना है तो 1 दिन पीसीआर प्रोडक्शन बैठे तो उसको पता चल जायेगा, एंकर और रिपोर्टिंग करते समय उनको कितना फोकस और ध्यान में रहकर काम करना पड़ता है।
रिपोर्टर शुभ्रा सुमन जी का हौसला देखिऐं कि वह अपने कर्तव्य का निर्वहन के लिए कुछ लोगों की टिप्पणियों को नजर अंदाज कर रही है। उनको पता है कि अन्नदाता की भावनाओं का भी कदर और ख्याल रखना है। उनकी भावनाओं को सिर आंखों पर लेते हुए ,जैसा कि उन्होंने अपनी पोस्ट में भी कहा था किसानों का गुस्सा सिर आंखों पर
पर रखकर ऑन रिकॉर्ड रिपोर्टिंग की।
कुछ शरारती तत्वों को बता दें कि रिपोर्टिंग उनके हित में ही की जा रही थी उनके तीखे सवालों को सरकार तक पहुंचाने का माध्यम बना चाह रही थी शुभ्रा सुमन जी। परंतु ऐसे लोगों ने किसानों के हित में है और ना ही संवैधानिक तंत्रों के लिए काम करने वाली जिम्मेदार स्तंभों के लिए। ऐसे लोगों को ऐसा माहौल मिलना उनके खालीपन को मनोरंजन के रूप में भरना जैसा उनको लगता है। ऐसे लोगों को तो किसानों को भी सपोर्ट नहीं करना चाहिए, क्योंकि वह घर के है ना घाट के पूरे दुश्मन है अनाज के।