बाराबंकी : धोखाधड़ी और धांधली की ब्रेकिंग न्यूज दिखाने वाले ईटीवी न्यूज चैनल के एक रिपोर्टर की शह पर उसके सगे बेरोजगार भाई ने नाबालिग अनाथ बालक की जमीन हड़प ली है. पीड़ित बालक जिला प्रशासन से लेकर मुख्यमंत्री तक न्याय की गुहार लगा चुका है. गरीब अनाथ 8 साल का नाबालिग मासूम बालक न्याय के लिए दर -दर भटक रहा है. जिले से लेकर राजधानी लखनऊ तक की दौड़ भी इसे न्याय नहीं दिला पा रही है. हर जगह इस नाबालिग के पहुंचने से पहले पत्रकार का रुतबा पहुँच जाता है जिससे उसे न्याय नहीं मिल पा रहा है.
ईटीवी न्यूज़ चैनल के बाराबंकी रिपोर्टर दीपक मिश्रा हैं. इन्होंने अपने सगे बेरोजगार भाई राघवेन्द्र मिश्रा उर्फ़ गुड्डू के साथ मिलकर धोखाधड़ी और तहसील प्रशासन के कुछ भ्रष्ट अधिकारियों की मिलीभगत से बेसहारा बालक की ज़मीन के फ़र्ज़ी कागजात तैयार करवाकर ज़मीन को हड़प लिया. सारे कायदे कानून को ताक पर रखकर उस पर अवैध निर्माण भी करवा रहा है. पीड़ित बालक वाजिब मालिकाना हक़ के असली कागजात होने के बावजूद गरीबी और आर्थिक तंगी के चलते सिर्फ अधिकारियों के पास न्याय की गुहार लगाने के अलावा कुछ नहीं कर पा रहा है.
नबाबगंज तहसील के लछवारवजहा गाँव के निवासी और पीड़ित नाबालिग बालक राजू के संरक्षक नाना रामकेशन ने बताया कि सारा मामला भूमि के क्रेता राघवेन्द्र मिश्रा द्वारा अपने सगे भाई और ईटीवी के बाराबंकी रिपोर्टर दीपक मिश्रा द्वारा जिला प्रशासन को गुमराह कर नाबालिग की ज़मीन हड़पने और उस पर बगैर बंटवारा कराकर अवैध निर्माण कराने का है. ज़मीन हड़पने की नीति के चलते नाबालिग के अन्य विपक्षियों के साथ मिलकर राघवेन्द्र मिश्रा और ईटीवी न्यूज़ चैनल में कार्यरत उसके पत्रकार भाई दीपक मिश्रा ने न केवल नाबालिग राजू की ज़मीन का फ़र्ज़ी बैनामा करवाकर ज़मीन हथिया ली बल्कि उसके बाद नाबालिग राजू का नाम ज़मीन की खतौनी और अन्य कागज़ातों से हटवा दिया.
नाबालिग राजू और उसके संरक्षकों ने इस मामले को लेकर जिला प्रशासन से गुहार लगाई. मगर जब साँठगाँठ के चलते न्याय नहीं मिला तो पीड़ित लोग नाबालिग राजू के साथ धरने पर बैठे. यह पहला मौका नहीं है जब यह ईटीवी का यह रिपोर्टर दीपक मिश्रा ज़मीन हड़पने के मामले में चर्चा में आया हो. इससे पहले भी कई लोग इसकी शातिर चालों में फंसकर अपनी ज़मीन गँवा चुके हैं. लेकिन जब मामला जिला प्रशासन तक पहुंचता है तब यह अपने चैनल पर फर्जी ब्रेकिंग न्यूज़ चलवा कर जिला प्रशासन के अधिकारियों को ब्लैकमेल करता है.
aakash
October 31, 2014 at 7:12 am
abhi to bechara ye yateem baccha hi samne aaya hai jameeni mamle inke dwara hatiyane ke aur bhi hai kai yateem abhi aur abhi aane wale baqi hai jinke maa -baap inke dwara hatya se yateem ho gaye hai aur prashasan bhi ghode bech kar so raha hai