जो भी बनाएगा केशव ग्रीन सिटी की खबर, उस पत्रकार पर सीतापुर के दलाल पत्रकार और मुकेश अग्रवाल मिलकर दर्ज करा देते हैं छेड़खानी या रंगदारी का फर्जी मुकदमा…. सीतापुर में केशव ग्रीन सिटी बीते 5 वर्षों से बन रही है और इसके मालिक मुकेश अग्रवाल द्वारा सीतापुर की इकलौती नदी सरायन के अस्तित्व को खत्म किया जा रहा है। साथ ही यह कॉलोनी विनियमित क्षेत्र में आती है। इसमें कमर्शियल नक्शे पास करके आवासीय घोषित करके करोड़ों रुपए में बेचा गया है। इसकी सूचना जब मुझे लगी तो खबर बनाकर चैनल में तत्काल भेज दी गई।
आपको बताना चाहते हैं कि केशव ग्रीन सिटी सीतापुर में सैकड़ों बीघा में बनाई गई है। इसे सीतापुर के वरिष्ठ पत्रकारों और टीवी चैनल के पत्रकारों का संरक्षण प्राप्त है। जो भी इस ग्रीन सिटी की खबर कवर करता है उसके ऊपर आरोप लगाकर पुलिस को प्रार्थना पत्र दे दिया जाता है। कुछ दिनों पूर्व भी एबीपी के पत्रकार, भारत समाचार के पत्रकार जो उस वक्त किसी दूसरे चैनल में कार्य करते थे, उनके ऊपर सपा सरकार में 386 का मुकदमा फर्जी दर्ज कराया गया। उसके बाद जब हिंदुस्तान अखबार के ब्यूरो चीफ को भी सोशल मीडिया पर बदनाम किया गया।
सीतापुर में हावी वरिष्ठ पत्रकार और कुछ टीवी चैनल के पत्रकार हर वक्त मुझे हटाने की साजिश करते है। इनकी हैसियत आज के वक्त में करोड़ों की हो गयी है और नगर पालिका और सरकारी जमीनों की रजिस्ट्रियां करा लीं। उनका संरक्षण मुकेश अग्रवाल को प्राप्त है।
जब इस ग्रीन सिटी की खबर मेरे द्वारा बनाई गई और जिलाधिकारी से बाईट ली गयी तो जिलाधिकारी के कक्ष में मुकेश अग्रवाल आ गए। सीतापुर के वरिष्ठ पत्रकारों की शह पर जिलाधिकारी के समक्ष आरोप लगाने लगे। जब जिलाधिकारी ने इनसे प्रमाण मांगा और मैंने इनको बच्चे की कसम खाने के लिए कहा तो ये शांत हो गए। इसके बाद जिलाधिकारी ने कक्ष से चले जाने के लिए कहा और जांच के आदेश दे दिए।
वहीं जब मेरी खबर के चलने के बाद अन्य पत्रकार इनकी केशव ग्रीन सिटी खबर बनाने गए तो मुकेश अग्रवाल ने उन्हें बंधक बना लिया और भद्दी भद्दी गालियां देने लगे। सीतापुर के पत्रकारों को भी गालियां देते रहे। उनके साथ मारपीट भी की। उन्हें घसीटते हुए अपने ऑफिस ले गए। कॉलोनी से तीन लड़कियों को बुलाकर छेड़खानी का आरोप लगाने लगे। लेकिन उस पत्रकार का छुपा हुआ कैमरा यह सब देख रहा था। कैमरे में यह सारी वारदात रिकॉर्ड हो गई। इसे आपको भेज रहा हूं। इसके बाद पुलिस के पहुंचने पर पत्रकार को पुलिस ने छुड़ाया।
उस पत्रकार ने सीओ सिटी के ऑफिस में प्रार्थना पत्र देकर मुकदमा दर्ज करवाने के लिए कहा जिस पर सीओ ने आदेश जारी कर दिया। आपको बताना चाहते हैं कि इसके ग्रीन सिटी में हाई वोल्टेज लाइन के नीचे बच्चों के पार्क को मकान बना दिया गया जिस पर बिजली विभाग ने इन्हें नोटिस भी जारी किया है। पार्क से कब्जा हटाने के निर्देश भी दे दिए हैं। इस केशव ग्रीन सिटी का ना तो कोई रजिस्ट्रेशन रेरा में है और ना ही पोल्यूशन एनजीटी दमकल आदि विभागों से एनओसी प्राप्त है। ये लोग लगातार नदी नालों को पाटकर कॉलोनी बना रहे हैं। इस पर जिलाधिकारी ने आदेश जारी किया है कि पूरी कॉलोनी की जांच की जाए। अब जब कॉलोनी की जांच हो रही है तो सीतापुर के दलाल पत्रकार ही डलवा रहे हैं फर्जी एप्लीकेशन। जिन पत्रकारों ने सरकारी जमीनों पर कब्जा किया है और रजिस्ट्री करा ली है, उनके कागज जल्द भेज दूंगा।
हिमांशु पुरी
टीवी पत्रकार
सीतापुर
मूल खबर-
Journalist Thakur Satish
July 6, 2019 at 6:58 pm
Aisa Har Jagah ho Raha Patrkar ab Builder ki Dalali karte Najar Aa Rahe hai..Jo Dalali Nahi karta us par Dalali Karne Bale Patrkar he Zuta case Darj karakar Bah Bahi Lotkar Builders ke Talbe Chatte hai… Journalist Thakur Satish..9377356053