सुजीत सिंह प्रिंस-
अपनी अस्मिता, गरिमा और सम्मान के लिए लड़ रहे गाजीपुर के प्राथमिक शिक्षकों के लिए खुशखबरी है. भ्रष्टाचारी खंड शिक्षा अधिकारी करंड रमेश श्रीवास्तव को सस्पेंड कर दिया गया है. इस बाबत आदेश जारी कर दिए गए हैं.
देखें आदेश की प्रति-
ज्ञात हो कि इस बीईओ (ब्लाक एजुकेशन आफिसर) रमेश श्रीवास्तव के खिलाफ कई शिक्षकों ने लिखित शिकायत दर्ज कराई थी. रमेश श्रीवास्तव अपने वसूली एजेंट शिक्षकों की मदद से भयंकर भ्रष्टाचार करता था और वसूली के लिए दबाव बनवाता था. कई शिक्षकों और प्रधानाध्यापकों ने घनघोर उगाही व भ्रष्टाचार से त्रस्त होकर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से गुहार लगाई. सबने लिखित शिकायत दे दी.
इस प्रकरण की चर्चा लखनऊ तक भी पहुंच गई. पूरे प्रकरण की जांच बीएसए गाजीपुर ने करके रिपोर्ट उच्च पदस्थ अधिकारियों को भेज दी. बीएसए की रिपोर्ट के आधार पर अपर शिक्षा निदेशक बेसिक ललिता प्रदीप ने बीईओ रमेश श्रीवास्तव के निलंबन का आदेश जारी कर दिया है.
इसकी जानकारी मिलते ही गाजीपुर के शिक्षकों में खुशी की लहर है. कई शिक्षकों का कहना है कि न्याय में देर है पर अंधेर नहीं. उम्मीद करते हैं कि शिक्षा विभाग के अफसर नियम कानून के दायरे में रहकर खुद चैन से रहेंगे और दूसरों को भी चैन से रहने देंगे. उगाही के लिए दबाव बनाने, धमकाने जैसे कारनामे ठीक नहीं है.
संबंधित खबरें-
ग़ाज़ीपुर में उगाही एजेंट के रूप में काम कर रहे शिक्षक हुए सस्पेंड, भ्रष्ट अफ़सर पर कोई कार्रवाई नहीं!
रिश्वतखोर खंड शिक्षा अधिकारी की करतूत लखनऊ तक पहुँची, जाँच के आदेश जारी, हो सकता है निलंबन
गाजीपुर से सुजीत सिंह प्रिंस की रिपोर्ट.