बनारस के किसी पक्के महाल में एक पान की अड़ी पर एक घंटे में “भंसाली काण्ड” में इतने एंगल निकले-
1- ठीक कइलस करनी सेना…. बेट्टा भन्साली….इतिहास के साथ खिलवाड़ करबा त भूगोल बिगड़बे करी।
2- ठीक ना कइलस करनी सेना….. पिक्चर बने से पहिले इ सब पंचाइत ठीक ना हौ।
3- रुपया-पइसा क खेल हौ…. पैसा ले के वापस बिलुक्का में दुबक जइहें सेना वाले
4- भंसलिया खुद के थप्पड़ मरवैले हौ। एके कहल जाला मार्केटिंग।
5- एही बदे हम 10 साल पहिले पिच्चर देखना बंद कर देहली।
6- अरे वाटर के सूटिंग में बनारस में भी अइसन बवाल भयल रहल। हमहूँ झंडा उठा के गइल रहली अस्सी। टकला तक हो गयल रहलीं सबाना आजमी और दू तीन ठे और मिली बाकी पिच्चर ना बनल।
7- अरे बनल रहल पिच्चर वाटर। सरीलंका में बनारस बना के पिच्चर बनौवलस दीपा मेहता।
8- अरे कोई के रुके से रोकल हौ कौनो चीज?
9- इ सब न्यूज़ चैनल के दुकड़हापन हौ।
10- अरे इ दादा के जगह पर जेके टिकट मिलल हौ, का नाम हौ ओकर?
11- राजेश गुरु अबकी भिड़ा दिहन नीलकंठ गुरु के लगत हौ।
12- इ भंसलिया के हौ यार?
13- मारा इ सबहन्न के…तू पान खियावा!
इन्हन के चक्कर में दिमाग झंड हो गयल हौ.. 🙂