यूपी के संतकबीर नगर की सार्वजनिक बैठक में मामूली तकरार के बाद वहां के सांसद और विधायक के बीच जमकर चले लात जूते और थप्पड़ की घटना को लोग भूल भी नहीं पाए थे कि प्रयागराज जिले की फूलपुर संसदीय क्षेत्र की सोरांव इलाके में भाजपा के जिला महामंत्री राम पलट पटेल और जिला पंचायत सदस्य सुरेंद्र चैधरी के बीच गाली गलौज वाली टेलीफोनिक झड़प ने एक बार फिर से पार्टी का चेहरा शर्म से नीचे झुकाने को विवश कर दिया।
साढे़ तीन मिनट से ज्यादा टाइम की रिकार्डिंग वाली इस झड़प में गालियों की बौछार ऐसी कि एकांत में भी शायद इसे न सुना जा सके। इसकी वजह दो व्यक्तियों के बीच जमीन हथियाने, मकान बनाने का विवाद और इन दोनों नेताओं की एक दूसरे पक्ष की पैरोकारी करना है। एक पक्ष की पैरोकारी भाजपा संगठन से जुड़े वरिष्ठ नेता रामपलट पटेल कर रहे हैं तो दूसरे पक्ष का ठेका भाजपा के समर्थन पर जिला पंचायत सदस्य बने सुरेंद्र चैधरी के पास है।
पार्टी स्थापना काल से जुड़े पैंसठ वर्षीय रामपलट पटेल संगठन के कई महत्वपूर्ण पदों पर रहकर विधायकी का चुनाव कई बार लड़ चुके हैं तो जिला पंचायत सदस्य सुरेंद्र चैधरी ने पिछली बार संसदीय चुनाव के समय 2014 में भाजपाई चोला धारण किया। दो साल बाद भाजपा से विधायकी के टिकट के लिए अड़ गए। अपनादल के खाते में टिकट चले जाने के बाद भाजपा के बागी प्रत्याशी बन गए।
काफी ज्यादा मान मनौव्वल किया गया पर नतीजा बेअसर रहा। पार्टी के लिए मुसीबत बने चैधरी को मनाने में उस समय पार्टी नेताओं के पसीने छूटे। आखिर में भाजपा सुप्रीमो अमित शाह को यहां आकर न सिर्फ चैधरी को कंट्रोल करना पड़ा बल्कि सोरांव में सहयोगी अपना दल के प्रत्याशी आरके वर्मा के समर्थन में जनसभा करनी पड़ी। बहरहाल, इस झड़प में हुई गाली गलौज की बौछार के छींटे भाजपा कार्यकर्ताओं को मलिन कर रहे हैं, वहीं आम जनमानस के बीच यह जमकर चर्चा का विषय बना है। उधर, विपक्षी दलों के नेता होरियारे मूड में चटखारे लेकर इसे सुनकर मजा ले रहे हैं।