यशवंत सिंह-
यूपी के डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक फ़ोन पर ग़ाज़ीपुर मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य को फटकारते हुए।
आज लखनऊ जहां रुका हूँ वहाँ से पाठक जी का आवास गिन कर दस कदम पर है। मैंने मीडिया के एक छोटे भाई को फ़ोन कर पाठक जी से मिलने की दरख्वास्त लगवाई और उन्होंने तुरंत बुलवा लिया।
मेरा कोई निजी काम तो रहता नहीं सो होम टाउन ग़ाज़ीपुर के दो मित्रों की शिकायतों को पेश कर दिया। दोनों ही शिकायतें ग़ाज़ीपुर मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल के कदाचार से जुड़ी हैं।
ऑर्थो के ईमानदार डॉक्टर रजत सिंह को परेशान किया जाना और समाजसेवी Umesh Srivastava के पिता जी को अभद्र तरीक़े से और जबरन डिस्चार्ज कर देना।
मंत्री जी ने अपने सहायक से प्रिंसिपल को फ़ोन लगवाया और जमकर क्लास ली। उम्मीद है दोनों पीड़ितों को अब न्याय मिल पाएगा।
डॉक्टर रजत सिंह प्रकरण के बारे में मुझे विस्तार से भाई Sujeet Singh Prince ने अवगत कराया था।
इस तरह आज का दिन भी समाज के भले के लिए कुछ करते हुए बीता।
ब्रजेश पाठक जी मीडिया और जनता के चहेते राजनेता हैं। छात्र राजनीति वाले जीवन से ही उनका सोशल कनेक्ट तगड़ा रहा है।वे किसी भी फ़रियादी को निराश नहीं करते। इसी लोकप्रियता के कारण उनसे मिलने वालों का ताँता लगा रहता है।
तस्वीर उस वक़्त क्लिक की जब पूरा मामला मुझसे समझने के बाद उन्होंने अपने सहायक से प्रिंसिपल को फ़ोन लगवाया और फिर स्पीकर ऑन कर सवाल जवाब शुरू किया।
बातचीत ख़त्म होने के बाद मेरी टिप्पणी थी- इसे कहते हैं ब्रजेश पाठक होना!
वे मुस्कुरा पड़े। अपना पर्सनल नंबर देते हुए बोले- आपके सुझावों शिकायतों का हमेशा स्वागत रहेगा यशवंत जी!
पाठक जी मुझे पसंद आये और भड़ासी टेस्ट में पास हुए!
भड़ास एडिटर यशवंत सिंह की एफबी वॉल से...