श्याम मीरा सिंह-
दिसंबर, 2017 में गुजरात चुनाव चल रहे थे, दूसरे चरण की वोटिंग से एक दिन पहले एक गुजराती चैनल ने राहुल गांधी का Interview लिया. इसे आचार सहिंता का उल्लंघन मानते हुए चुनाव आयोग ने तुरंत चैनल पर FIR करने का आदेश दे दिया. और राहुल को भी एक नोटिस भेजा कि आप पर कार्रवाई क्यों ना की जाए। लेकिन लगता है आज चुनाव आयोग कम्बल ओढ़कर Instagram चला रहा है।
आज किसी एक चैनल ने नहीं बल्कि एक समाचार एजेंसी (ANI) ने मोदी का Interview लिया. इसे अब एक नहीं बल्कि सभी चैनलों पर चलाया जा रहा है। और इसे ऐसे ही कल दिन भर तक चलाया जाएगा। जबकि लोग वोट करने के लिए अपने घरों से निकल रहे होंगे। इन चुनावों में ऐसे लग रहा है जैसे चुनाव आयोग मोदी के आगे रेंग गया है.
क्या ऐसे निष्पक्ष चुनाव होंगे? क्या ये लोकतंत्र और संविधान की धज्जियाँ उड़ाना नहीं है? क्या ऐसा करने वाले देश-हितेशी कहलाने के हक़दार हैं?
अपराधी सिर्फ़ चुनाव आयोग नहीं है बल्कि असली अपराधी तो खुद प्रधानमंत्री हैं, वे नहीं चाहते कि इस देश में निष्पक्ष चुनाव हों. उन्हें चाहिए सत्ता, सत्ता, सत्ता…. और सिर्फ़ सत्ता. देश प्रेम, संविधान, लोकतंत्र सब उनके ठेंगे पर.