संक्रमितों को जबरन ऑफिस बुला काम ले रहे सेटेलाइट एडिटर
दैनिक भास्कर भागलपुर के सभी संभागों के दर्जन भर से ज्यादा मीडियाकर्मी कोरोना
संक्रमित पाए गए हैं। इससे पूर्व इक्के-दुक्के कर्मचारी के कोरोना पॉजिटिव पाए
जाने पर उन्हें जबरन काम पर बुलाकर घोर लापरवाही बरती गई, जिसका खामियाजा
अब कर्मियों को उठाना पड़ रहा है। शुरुआती दिनों से ही सरकार के
सुरक्षात्मक गाइडलाइन की अनदेखी की गई। न किसी को वर्क फ्रॉम होम की
सुविधा दी गई और न ही सोशल डिस्टेंसिंग का ही ध्यान रखा गया।
शुरुआत में कार्यालय में सेनेटाइजर तक की व्यवस्था नहीं देखी जा रही थी। हालात
का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वर्तमान में व्यापक पैमाने पर
कर्मियों के पॉजिटिव पाए जाने पर ऑफिस तक पहुंच पथ की बैरिकेडिंग कर
प्रशासन ने ऑफिस को सेनेटाइज करने के लिए तीन दिनों तक सील रखने का
निर्देश दिया पर कर्मियों को बैक डोर से ऑफिस बुला काम करवाया। संक्रमण का
अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है यूनिट हेड, सर्कुलेशन हेड, फाइनेंस हेड
सहित संपादकीय विभाग, विज्ञापन, प्रोडक्शन के ढेरों कर्मी संक्रमित होकर
त्राहिमाम कर रहे हैं।
सेटेलाइट एडिटर कर्मियों से कहते हैं कि इस कोरोना-वोरोना से कतई कुछ
नहीं होता, आकर काम करें अन्यथा ऑफिस आने की जरूरत नहीं है। बीमारों
को आफिस बुला जबरन काम कराने की जिद से असंतोष पनप रहा है जो किसी
दिन उग्र रूप धारण कर सकता है। जिले के अधिकारी भी प्रबंधन के दबाव में
मानदंडों का पालन नहीं करवा पा रहे हैं। निकाले गए कर्मियों की शिकायत पर
श्रम विभाग प्रबंधन की बोली बोल रहा है।
गत 20 से 23 तक ऑफिस सील करने का निर्देश था पर ऐसा नहीं किया गया और
कर्मियों को बैक डोर से ऑफिस बुला काम लिया जाता रहा। इससे स्वस्थ कर्मी
भी संक्रमित हो गए और मुजफ्फरपुर यूनिट के दम पर भागलपुर का कई संस्करण
निकालना पड़ा।
हालात पूर्व से भी बदतर होते जा रहे हैं तो संक्रमित कर्मियों को निकालने की धमकी
देकर आफिस आने का दबाव दिया जा रहा है। रेजिडेंट एडिटर संक्रमितों को
ऑफिस आने से मना कर रहे हैं तो सेटेलाइट एडिटर जबरन काम पर बुला रहे हैं
और आपसी खींचतान में कर्मचारी बेचारे बने हैं।
एक मीडियाकर्मी द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित.