दैनिक जागरण के पहले पेज पर 19 जनवरी के अंक में खबर पढ़ी. ‘कार दुर्घटना में शबाना आज़मी घायल’. खबर तो सामान्य है लेकिन इसकी डेटलाइन के साथ एंटेरटेन्मेंट ब्यूरो लिखा है जो अटपटा लग रहा है.
दैनिक जागरण के मुंबई स्थित एंटरटेनेंट इवेंट्स के रिपोर्टरों की टीम (ब्यूरो) फ़िल्मी दुनिया की खबरें कवर करती है. इसी को जागरण ने एंटरटेनमेंट ब्यूरो का नाम दे दिया है. खेल संवाददाता, आर्थिक संवाददाता, विधि संवाददाता डेटलाइन के साथ खबरें छपी हुई देखने को मिल जाती हैं.
दैनिक जागरण में कभी फ़िल्म ब्यूरो लिखा जाता था लेकिन अब इसे एंटरटेंमेंट ब्यूरो कर दिया गया है. पर बात अटपटी यह है कि एक अभिनेत्री जो दुर्घटना में घायल हो गयी है, इसकी खबर के साथ एंटरटेंमेंट ब्यूरो लिख रहे हैं.
वजह साफ़ है कि खबर को एंटरटेंमेंट ब्यूरो कवर कर रहा है. पाठकों के दिमाग में यह सवाल पैदा हो सकता है कि क्या शबाना का दुर्घटना में घायल होना एंटरटेंमेंट है?
अगर एंटरटेंमेंट ब्यूरो की जगह फिल्म संवाददाता लिखा होता तो कोई समस्या नहीं थी. जब कोई खिलाड़ी खेल के मैदान में अथवा बाहर दुर्घटना का शिकार हो जाये या अस्वस्थ हो जाये और खेल संवाददाता कवर करे तो कोई आपत्ति नहीं. लेकिन घायल को परोक्ष रूप से एंटरटेंमेंट कहना हास्यास्पद है.
दूसरी बात यह कि खबर जब नोएडा और कानपुर कार्यालय आयी होगी तो सेंट्रल डेस्क ने इस पर ध्यान क्यों नहीं दिया? उसे तो सुधार करना चाहिए था.
इंद्र कांत मिश्र की रिपोर्ट.