उपनिरीक्षक नागरिक पुलिस एवं प्लाटून कमांडर के पदों पर सीधी भर्ती परीक्षा से जुड़े शारीरिक दक्षता परीक्षा में 60 मिनट में 10 किलोमीटर की दौड़ में प्रतिबंधित ड्रग्स के प्रयोग की बात सामने आई है. रजिस्टर्ड पोस्ट से पुलिस भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष, प्रमुख सचिव (गृह) तथा आईपीएस अमिताभ ठाकुर को भेजे गए एक पत्र के अनुसार जब पूर्व में फ़रवरी 2013 में यह परीक्षा हुई थी तब भी कुछ अभ्यर्थियों ने “डेकाड्योरा बोलिन (Deca-Durabolin) इंजेक्शन लगवा कर दौड़ में हिस्सा लिया था और सफल हुए थे.
पत्र के अनुसार यह परीक्षा अब पुनः 04 अगस्त से प्रारंभ की गयी है जिसमे ज्यादातर अभ्यर्थियों द्वारा “डेकाड्योरा बोलिन” इंजेक्शन ले कर दौड़ में हिस्सा लिया जाएगा. पत्र के अनुसार यह इंजेक्शन आसानी से उपलब्ध एक प्रकार का स्टेरॉयड हैं जो दौड़ने की क्षमत बढ़ा देता है पर यह प्रतिबंधित ड्रग है जिससे जान को भी खतरा रहता है. अतः दौड़ में हिस्सा लेने वाले समस्त अभ्यर्थियों का डोप टेस्ट करवाए जाने का निवेदन किया गया है. श्री ठाकुर ने इस पत्र के क्रम में भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष को एक पत्र लिख कर अवगत कराया है कि यह प्रोफेशनल बॉडी बिल्डर्स और एथेलिटों के बीच टेस्टोस्टेरोन के बाद दूसरा सर्वाधिक प्रयोग किया जा रहा इंजेक्शन वाला स्टेरॉयड है जिसके संभावित खतरों में हार्ट अटैक, पेट की सूजन, प्रोस्टेट बढ़ोत्तरी आदि की समस्याएं शामिल हैं. उन्होंने पुलिस भर्ती के लिए इस प्रकार प्रतिबंधित ड्रग्स के कथित सेवन को गंभीर मामला बताते हुए तत्काल सभी आवश्यक कार्यवाही कराने का अनुरोध किया है.
Suraj
August 12, 2014 at 5:56 pm
डेकाड्यूरा बोलीन प्रतिबंधित है????
कबसे सर??
शारीरिक कमजोरी में अक्सर डॉक्टर लोग बाकायदा प्रेस्क्राइब करते हैं…। सरकारी अस्पतालों की सप्लाई में भी मिलता है…।