कार में डालकर ले गए, जिला अस्पताल के गेट पर सड़क पर गिरा कर लोहे की रॉड से पीटा, एफसीआई गोदाम के पास तालाब में डूबो-डुबोकर जान से मारने की कोशिश, थाने में विधायक के हंगामे के बाद सुनगढ़ी पुलिस ने गनर को किया गिरफ्तार, अदालत ने जेल भेजा, योगी सरकार में सुर्खियों में है पीलीभीत जनपद, एसपी ने गनर किया सस्पेंड
पीलीभीत। योगी सरकार में अब सत्ताधारी विधायक का परिवार ही सिस्टम की ज्यादती का शिकार हो गया। उनके भांजे को जिलाधिकारी के गनर व एसडीएम के पेशकार ने मंडी समिति से अगवा करके कार में डालने के बाद न सिर्फ नगदी व चेन लूट ली बल्कि जिला अस्पताल के गेट पर ले जाकर जमकर सड़क पर गिरा कर पीटा। बाद में तालाब में डूबो-डुबोकर मारने की कोशिश की। इस मामले में 15 लोगों के खिलाफ राहजनी की तहरीर दी गई है। पुलिस ने डीएम के गनर को गिरफ्तार कर लिया, जिसे अदालत ने जेल भेज दिया। एसपी ने गनर को सस्पेंड कर दिया है। जबकि एसडीएम के आरोपी पेशकार को बचाने की कवायद हो रही है।
पूरे उत्तर प्रदेश में योगी सरकार में जहां मीडिया के लिए अघोषित आपातकाल चल रहा है। आए दिन आलोचनात्मक खबरों का खामियाजा पत्रकारों को झूठे मुकदमों से भुगतना पड़ रहा है, चाहे मिर्जापुर का मामला हो या फिर मेरठ का मामला जहां कहीं भी प्रशासन के खिलाफ एक भी आलोचनात्मक खबर छप रही है, वहीं बेलगाम अधिकारी पत्रकारों पर मुकदमा दर्ज करा दे रहे हैं। पीलीभीत में हद यहां तक हो गई कि ख़ुद सत्ताधारी भाजपा के जनप्रतिनिधि भी अब सिस्टम की ज्यादती का शिकार होने लगे। ताजा मामला भाजपा के बरखेड़ा विधानसभा क्षेत्र के विधायक किशन लाल राजपूत का है।
शहर के निवासी रामअवतार उर्फ ऋषभ ने सुनगढ़ी थाने में दी गई तहरीर में कहा कि 12 सितंबर को रात्रि तकरीबन 8:30 बजे वह अपने मामा बरखेड़ा के भाजपा विधायक किशनलाल राजपूत के कहने पर नवीन मंडी स्थल सब्जी लेने गया था जहां गेट के पास करीब 15 लोग खड़े थे जिनमें कई लोग शराब के नशे में धुत थे, उन्होंने इशारे से पास बुलाया और कहा कि जो कुछ तेरे पास हो निकाल दे। इसके बाद इन लोगों ने मिलकर उसे कार में डाल लिया। जिला अस्पताल के गेट के पास ले जाकर सड़क पर गिरा कर लोहे की रॉड से मारा पीटा और पर्स में रखे 22 हजार नगदी, सोने की चेन व घड़ी लूट ली। इसके बाद एफसीआई गोदाम के पास ले गए, जहां तालाब में डूबो-डुबोकर जान से मारने की कोशिश की। इस बीच पुलिस के आने पर यह लोग भाग गए, इनमें एक खुद को जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव का गनर होना बता रहा था, जिसका नाम मोहित गुर्जर है। इनके साथ एसडीएम सदर का पेशकार अमित सक्सेना भी था।
इस मामले की जब जानकारी भाजपा विधायक किशन लाल राजपूत को हुई तो वह पार्टी के तमाम नेताओं के साथ थाने पहुंच गए और जमकर हंगामा हुआ। इस मामले में पुलिस अधीक्षक के आदेश पर मुकदमा दर्ज करने के बाद जिलाधिकारी के गनर कटिया, ककरौली (मुजफ्फरनगर) के मूल निवासी मोहित गुर्जर को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस हिरासत में थाने में एकत्र भाजपाइयों व विधायक समर्थकों ने गनर की जमकर पिटाई की। हालांकि गनर की ओर से कोई तहरीर नहीं दी गई है। पुलिस के मुताबिक चोरी की मोटरसाइकिल के सौदे को लेकर विवाद की बात सामने आ रही है।
“मेरे भांजे को अगवा कर जानलेवा हमला किया गया है। सिपाही के साथियों की गिरफ्तारी होनी चाहिए। लूटपाट भी हुई है। इस तरह की गुंडई बर्दाश्त नहीं होगी। ये पूरा गैंग है।”
-किशनलाल राजपूत, भाजपा विधायक
“वसुंधरा कॉलोनी निवासी रामअवतार उर्फ ऋषभ की तहरीर पर सुनगढ़ी थाने पर आरक्षी मोहित गुर्जर, डोडो, पुनीत गंगवार, अमित सक्सेना तथा अन्य 11 अज्ञात व्यक्तियों पर आईपीसी की धारा 395, 364, 307 के तहत मुकदमा दर्ज कर विवेचना की जा रही है”
–आईटी सेल, पीलीभीत पुलिस