लखनऊ : हिंदी दिवस के मौके पर लखनऊ विश्वविद्यालय के डीपीए सभागार में उत्तर प्रदेश का पहला एजुकेशन आधारित न्यूज़ पोर्टल की एजुकेशन बीट्स डॉट कॉम लॉन्चिंग समारोह का आयोजन हुआ। ब्लू बर्ड कम्युनिकेशन एंड मीडिया ग्रुप के तत्वाधान में एजुकेशन बीट्स डॉट कॉम की लॉन्चिंग उत्तर प्रदेश सरकार के विधि एवं न्याय मंत्री बृजेश पाठक एवं बेसिक शिक्षा मंत्री स्वतंत्र प्रभार सतीश द्विवेदी द्वारा की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता लखनऊ की महापौर संयुक्ता भाटिया ने की। पोर्टल की रेजीडेंट एडिटर दिव्या गौरव त्रिपाठी हैं।
दिव्या ने बताया कि यह एक ऐसा मंच है, जहां पर शिक्षक और विद्यार्थी अपनी रचनाएं प्रकाशित कराकर समाज में अपनी विशिष्ट पहचान बना पाएंगे। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य विश्विद्यालय या कॉलेज प्रशासन और विद्यार्थियों के बीच एक ब्रिज के रूप में काम करना है। उन्होंने कहा छात्रों से संबंधित किसी भी प्रकार की समस्या को विश्वविद्यालय, कॉलेज प्रशासन और सरकार स्तर तक खबरों के माध्यम पहुंचना हमारी प्राथमिकता है। इतना ही नहीं हम शिक्षा से जुड़ी छात्रों की जिज्ञासाओं का समाधान उस विषय के एक्सपर्ट के माध्यम से करवाते हैं। हम वेबसाइट पर शिक्षा से जुड़े लोगों के साक्षात्कार नियमित रूप से प्रकाशित करते हैं। साक्षात्कार में हम उन विषयों पर बात करते हैं जिनका सीधा सरोकार स्टूडेंट्स से हो।
वेबसाइट की लॉन्चिंग कार्यक्रम में ब्लू बर्ड्स कम्यूनिकेशन्स एण्ड मीडिया ग्रुप की तरफ से समाज के विभिन्न क्षेत्रों में निस्वार्थ भाव से अपना योगदान देने वाले लोगों को सम्मानित किया गया। सम्मानित किए गए लोगों का परिचय ये है-
रोहित पांडेय जी- सड़क दुघर्टना में घायल हुए लोगों को सही समय पर सही इलाज मिल सके, इसके लिए कई वर्षों से काम कर रहें हैं। अब तक करीब 100 से अधिक घायलों को सड़क से उठाकर अस्पताल पहुंचाकर उनकी जान बचाने का श्रेय आपको जाता है।
सचिन कौशिक जी- सचिन कौशिक एक ऐसा नाम जो पुलिस और जनता के बीच लगातार सुर्खियो में है। सचिन कौशिक 2011 बैच के सिपाही हैं और वर्तमान में जीआरपी आगरा मे बतौर पीआरओ एसपी रेलवे के पद पर कार्यरत हैं। फेसबुक व ट्विटर पर पुलिस छवि सुधार-एक मुहिम नाम से पेज बनाकर पुलिस की नकारात्मक छवि को बदलने और जनता से पुलिस की दूरियों को कम करने के लिए काम कर रहे हैं।
ममता त्रिपाठी जी-सामाजिक कार्यों में आपकी महत्वपूर्ण भूमिका है, ये बेसहारा बच्चों की शिक्षा से सम्बंधित मदद करने के साथ-साथ लखनऊ के फैजुल्लागंज क्षेत्र के लोगों के जीवन स्तर में सुधार के लिए लगातार काम कर रही हैं।
कृतिका सिंह जी-आप एक विद्यार्थी हैं लेकिन इतनी कम उम्र में आप जो कर रही हैं, वह जानकर आप भी हैरान हो जाएंगे। आप अपनी पढ़ाई के बाद गरीब बच्चों को पढ़ाती हैं और इतना ही नहीं पढ़ाई से सम्बंधित उनकी सभी जरूरतों जैसे कॉपी, किताब, पेन, पेंसिल इत्यादि को भी पूरा करती हैं।
विशाल सिंह जी- फूडमैन के नाम से जाने जाते हैं और प्रतिदिन मेडिकल कॉलेज, लोहिया और बलरामपुर हॉस्पिटल में 900 लोगों को निःशुल्क भोजन कराते हैं।
रंजना गौर जी- यह घरेलू हिंसा से पीड़ित महिलाओं की सहायता करती हैं। इतना ही नहीं, पीड़ित महिलाओं को आप कानूनी लड़ाई लड़ने में भी मदद करती हैं तथा उनका सहयोग करती हैं।
सुमन सिंह रावत जी- यह बहुत से बेसहारा लोगों की मदद करती हैं। ऐसी बीमारियां, जिनमें बीमार लोगों को लोग छूना पसंद नहीं करते, उन बीमार लोगों का आप इलाज कराती हैं ऐसा लोग समाज में बहुत ही कम होते हैं।
सौमित्र त्रिपाठी जी-शहीद परिवारों के लिए 14 वर्षों से कार्य कर रहे हैं जिससे यह समाज में अपनी अलग भूमिका बनाएं हुए हैं।
राजवर्धन सिंह जी- लावारिस बच्चों की शिक्षा का प्रबन्ध करते हैं और लावारिश शवों का अंतिम संस्कार करवाते हैं इसके अलावा नशा मुक्ति के लिए कार्यरत हैं।
श्रीमती ओम सिंह जी- एक मनोवैज्ञानिक, योग प्रशिक्षक, समाजसेविका हैं। चैतन्य वेलफेयर फाउंडेशन की अध्यक्ष हैं इसी के साथ ही मोटिवेशनल स्पीकर हैं। इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से गोल्ड मेडलिस्ट हैं।
पल्लवी वर्मा जी- आर्थिक रूप से पिछड़ी महिलाओं को शिक्षित कराने एवं उन्हें स्वावलंबी बनाने में आपकी महत्वपूर्ण भूमिका है।
अर्चना सिंह जी- घरेलू हिंसा से पीड़ित महिलाओं की सहायता करती हैं और समाज में उन्हें सम्मान से जीने के लिए प्रेरित करती हैं।
विवेक सिंह मोनू जी- छात्र हितों के लिए करीब बीते 12 सालों से संघर्ष कर रहे हैं। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राज्य विश्वविद्यालय प्रमुख भी हैं।
रेखा जायसवाल जी- समाज में बेसहारा लोगों की मदद करती हैं।
आदित्य श्रीवास्तव जी- बॉक्सिंग में तीन बार के नैशनल चैंपियन हैं। महामहिम राज्यपाल जी के द्वारा आपको सम्मानित भी किया जा चुका है। आवारा जानवरों के लिए आप भोजन की व्यवस्था करते हैं।
साधना सिंह जी-नैशनल बॉलिवॉल प्लेयर हैं। गरीब बच्चों के लिए फ्री स्पोर्ट्स एजुकेशन की व्यवस्था करती हैं।
अनिल कुमार सिंह जी-समाज के उस तबके के लिए काम करते हैं, जिसे समाज असहाय छोड़ देता है।
वर्षा वर्मा जी- एक कोशिश ऐसी भी नामक संस्थान की चेयरपर्सन हैं। जिन बुजुर्गों का कोई नहीं होता, उनकी सेवा में तत्पर रहती हैं।
दीपक महाजन जी-लावारिस, घर से निकाले गए, घायल, बीमार बुजुर्गों की सेवा का काम करते हैं।
डॉ पूजा शर्मा जी- लखनऊ विश्वविद्यालय के इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट साइंसेज में असिस्टेंट प्रफेसर हैं। बच्चों और किशोरों की मदद के लिए आपने एक हेल्पलाइन भी शुरू की है।
नवनीत मिश्रा जी- बेसहारा लोगों की मदद करते हैं।
मयंक पाण्डेय जी- इन्होंने मृत्यु के बाद अपनी देह दान कर दी। इन्होंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि इनके अंग उन लोगों के काम आ सकें जिन लोगों को उनकी जरूरत है।