उज्जैन के पत्रकार अनिल मांगुदास बैरागी ने शपथ पूर्वक आरोप लगाया है कि ईटीवी के मध्य प्रदेश हेड अजय त्रिपाठी ने उनके सामने ही भाजपा विधायक को फोन कर खबर के मामले में समझौता करने के लिए कहा. बैरागी की तरफ से भेजी गई चिट्ठी इस प्रकार है…
संपादक, भड़ास4मीडिया
मामला महिदपुर के वर्तमान भाजपा विधायक बहादुर सिंह चौहान और उनके आडियो टेप से जुडा है। बहादुर सिंह चौहान के विवादास्पद बयान को समाचार पत्र और न्यूज चैनल प्रमुखता से उठा रहे हैं। मैं उस समय ईटीवी संस्थान में कार्य करता था। उसमें भी समाचार दिखाया गया था। उसी से बौखलाहट के स्वरूप विधायक ने मानहानि का नोटिस मुझे भी दिया। अपने गुर्गे मेरे पीछे लगाकर मुझे जान से मारने की धमकी के साथ मेरा जीना मुश्किल कर दिया। महिदपुर भाजपा विधायक बहादुरसिंह चौहान का जो आडियो टेप बाजार में चर्चा का विषय बना हुआ है, उसमें कुछ विवादास्पद बयान इस प्रकार हैं…
(1) भाजपा मेरे दम पर है, मैं भाजपा के दम पर नहीं…
(2) विधायक का मुझे टिकट देना, भाजपा की मजबूरी…टिकट काटने की स्थिति में नहीं है भाजपा …
(3) भाजपा पार्टी का थोक व्यापारी हूँ मैं
(4) तराना, आगर, आलोट, महिदपुर विधानसभा सीटों का मालिक हूँ मैं
(5) मेरा टारगेट 2018 है, तुम हराओ या जिंताओ मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता
(6) नगर में हराओ या जिताओ, हिन्दू वोट दे या न दे, मुझे फर्क नहीं पड़ता
जब पूरे मामले को लेकर भोपाल ई टीवी कार्यालय मुझे बुलाया गया तो मैं वहां पहुंचा. पूरी बात से अनभिज्ञ होकर मेरी ईमानदारी का मजाक उड़ाते हुए चैनल संपादक अजय त्रिपाठी ने विधायक को मेरे सामने ही फोन लगा कर आर्थिक अनियमितता के आरोप का उल्लेख करते हुए कंप्रोमाइज की बात कर ली. मेरे पैरों तले से जमीन खिसक गइ. मैं भला क्या करता. पांच सालों में ईमानदारी से काम करने का, चौथे स्तम्भ के लिए अपनी जान जोखिम में डालने का ये ईनाम मिलेगा, सोचा न था. बड़े पद पर बैठे अजय त्रिपाठी जैसे खरीदार हम जैसे जमीनी रूप से जुड़े पत्रकारों की ईमानदारी का सौदा नौकरशाहों-राजनेताओं से करने लगे तो जनता से छलावा करने से अच्छा है कि हम खुद ही मौत को गले लगा लें.
अजय त्रिपाठी पूर्व में साधना न्यूज में थे. वहां भी उन्होंने खूब लूटपाट की. ऐसे भ्रष्ट सम्पादक को ईटीवी से हटा कर उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि चौथे स्तंभ की गरिमा बनी रहे.
अनिल बैरागी
पत्रकार
महिदपुर
मध्य प्रदेश
sunil upadhyay
March 18, 2015 at 4:11 pm
ajay tripathi ji jaise acche aadmi ko aap brast kah sakte hai to aapki najar me is pure sansar me koi imandar vyakti hi nahi hoga
ajay sir imanadari or yogyata me sabse aage hai ..maine apne pure patrakarita samay me yese yogya or imaandar vyakti dusra nahi paya hai …aap ke kaun se bure kaam me unhone sahyog nahi kiya jis vajah se aap unhe badnam kar rahe hai ..yese imaandar or acche aadmi ko badnam na kare iswar bhi tumhe nahi baksega