-Sheetal P Singh-
सिर्फ इतना शुरू कर दीजिए तो कृपा होना शुरू हो जायेगी कि गोदी मीडिया जिस दिन जिस प्रसंग पर मर मिट रहा हो उस दिन उस प्रसंग पर शामिल ही न होइये।
वो आजकल बंगाली हो गया है अपुन मराठा हो जाते हैं।
देश दुनिया में दूसरा बहुत कुछ घट रहा है कुछ भी चुन लीजिए पर गोदी मीडिया की मेहनत पर पानी फेर कर देखिए !
आपके अपने भी तो दैनंदिन के अजेंडे हैं ही , उन पर लिखिए बोलिए ।
-Manish Dubey-
बंगाल का एजेंडा सेट करना है। साहब का नया आदेश आ चुका है। बंगाल जिताना है, साम, दाम, भय, भेद नामक चारों हथियारों सहित फ्रॉड, फेंक, मनगढ़ंतई के लिए भी अनेकों अवसर सामने हैं।
कोरोना काल मे सब कुछ बन्द है, बंगाल चुनाव में खुलने के बाद फिर से बन्द हो जाएगा, उससे पहले नीचे दिए गए पते पर पत्तलकारिता करने के लिए आवेदन कीजिये। कुछ मिले न मिले बेइज्जती, बदनामी मिल सकती है।
अब साहब झेल रहे हैं, साहब के पेट (pet) भी झेल रहे हैं, आप भी थोड़ा बहुत झेल लेंगे तो कोई आसमान थोड़े ही टूट पड़ेगा। ऐसे झेलू चांस बार बार नहीं आते।
तो जल्दी कीजिये बोले तो hurry up…