वाराणसी से प्रकाशित हिन्दी सांध्य दैनिक ‘गूंज उठी रणभेरी’ का 10 दिसम्बर 2019 को एक साल पूरे हो गये पर लगता है कि अब यह अखबार ज्यादा दिन तक प्रकाशित नहीं होगा। पहले यह अखबार पार्षद अजीत सिंह साप्ताहिक के रूप में निकालते थे। 10 दिसम्बर 2018 को लगभग 50 से ज्यादा की टीम के साथ दैनिक का रूप लिया।
एहसान कन्सट्रक्शन और वेवजोन मीडिया के मालिक नूर एहसान ने अगस्त 2019 में व्यक्तिगत कारणों से इस अखबार से अपना नाता तोड़ लिया। अब यह अखबार वाराणसी के पार्षद और नगर निगम कार्यकारिणी सदस्य अजीत सिंह की देख-रेख में प्रकाशित हो रहा है।
रिसेप्सनिस्ट के रूप में कार्य शुरू करने वाली सुमेला आफरीन इस समय अखबार की एमडी हैं। अखबार के कर्मचारियों को तीन महीने से वेतन नहीं मिला है। काफी संख्या में लोगों ने अखबार को बॉय कह दिया है।
दो महीने (सितम्बर-नवम्बर) का वेतन वेवजोन मीडिया को देना है। कर्मचारियों से कहा गया था कि इन दो महीने का वेतन किसी भी हालत में पांच जनवरी तक दे दिया जायेगा। पांच को रविवार होने के कारण जब कर्मचारी छह जनवरी को उनके कार्यालय पैसे के लिए गये तो कहा गया कि एहसान भाई अभी नहीं हैं, दो दिन बाद आएंगे तो इस विषय में बात होगी।
दिसम्बर से आगे का वेतन पार्षद अजीत सिंह ने देने का वादा किया है।