कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक, हर रोज, हर पल, हर हफ्ते कामयाबी की सीढियां चढ़ रहा है देश का नया राष्ट्रवादी चैनल ज़ी हिन्दुस्तान. बात चाहे शहर की हो या गांव की, खास तबके की हो या फिर आम जन की… ज़ी हिन्दुस्तान खबरों को नए नजरिए से देश को दिखा रहा है. यही वजह है कि ज़ी हिन्दुस्तान नेशनल मीडिया में एक चुनौती बन कर उभरा है.
44 वें सप्ताह की रेटिंग्स में भी ज़ी हिन्दुस्तान ने टीआरपी की रेस में शुमार दिग्गज चैनलों को कई मामलों में कड़ी चुनौती दी है. टीआरपी और टाइम स्पेंट में ज़ी हिन्दुस्तान ने इस सप्ताह अच्छा प्रदर्शन किया है. इवनिंग प्राइम टाइम में ज़ी हिन्दुस्तान पर शाम 7 बजे प्रसारित होने वाले स्पेशल शो ‘बताना तो पड़ेगा’ की खासी धमक रही. इस सप्ताह की रेटिंग्स में तीन दिन ये स्पेशल शो तमाम बड़े चैनल्स के बीच एक नंबर पर रहा.
ग्रामीण इलाकों में कवरेज के मामले में जी हिन्दुस्तान इस सप्ताह सातवें नंबर पर रहा. उत्तराखंड से लेकर ओडिशा और बिहार से लेकर असम तक, देश के ग्रामीण इलाकों में ज़ी हिन्दुस्तान अच्छी जगह बना रहा है. उत्तराखंड के ग्रामीण इलाकों में ज़ी हिंदुस्तान सातवें व मध्यप्रदेश में छठे नंबर पर रहा. वहीं गुजरात ,दमन-दीव, दादर और नागर हवेली के ग्रामीण इलाकों में ज़ी हिन्दुस्तान सातवें, बिहार-झारखंड में छठे पायदान पर रहा. जबकि असम और सिक्किम के ग्रामीण इलाकों में चौथे, पश्चिम बंगाल और असम के ग्रामीण इलाकों में पांचवें व ओडिशा में छठे नंबर पर रहा.
टाइम स्पेंट के मामले में भी ज़ी हिन्दुस्तान टीआरपी की रेस में शामिल दिग्गज चैनल्स को कड़ी टक्कर दे रहा है. 44वे सप्ताह की रेटिंग्स में टाइम स्पेंट के मामले में ज़ी हिन्दुस्तान मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में पांचवे व बिहार-झारखंड में चौथे पायदान पर रहा. वहीं पूर्वोतर के राज्यों जैसे-असम और सिक्किम के ग्रामीण इलाकों में ज़ी हिन्दुस्तान चौथे नंबर पर रहा.
ज़ी हिंदुस्तान पर यदि बेस्ट स्लॉट की बात करें तो इस सप्ताह ‘हिन्दुस्तान 100’, ‘वायरल गॉसिप्स, AM to PM और CMs’ CRONER सबसे ज्यादा पंसद किए गए प्रोग्राम रहे. वहीं चैनल हेड एवं सीईओ जगदीश चन्द्र के स्पेशल शो ‘A dialouge with JC’ को इस बार करीब एक करोड़ लोगों ने देखा. उल्लेखनीय है कि जगदीश चन्द्र का यह शो सोशल मीडिया में अक्सर टॉप ट्रेंडिंग में रहता है.