दीपांकर-
बिहार का एक तथाकथित पत्रकार स्क्रिप्टिंग करके खुले में हगते वायरल बुड्ढे का इन्टरव्यू कर रहा है. गाना गाकर वायरल हुआ बुड्ढा बिना पतलून खोले खुले में हगने के लिए बैठा है.

पत्रकार पहुंचता है और दावा करता है कि उसने वायरल बाबा को हगते हुए धर लिया है. लोग पत्रकार को गाली देते हैं, मौज लेते हैं,
वीडियो वायरल होता है, तथाकथित पत्रकार और बुड्ढा दोनों पैसा कमाते हैं.
पब्लिक का क्या, वो देख कर निकल जाती है. वायरल दुनिया कहां से कहां पहुंच चुकी है. दोनों के वायरल होने के कारण अलग-अलग हैं.
बुड्ढे की आवाज लोगों को ठीक लगी, उसे लोगों ने वायरल किया. पत्रकार की पत्रकारिता लोगों को हास्यास्पद लगी, उसे भी लोगों ने वायरल किया.
एक अच्छी वजह से वायरल हुआ एक हास्यास्पद वजहों से. फिर दोनों मिलकर स्क्रिप्टिंग करने लगे. दोनों को समझ आ चुका है कि वायरल कैसे हुआ जाता है. इससे पैसा कैसे कमाया जाता है.
अब दोनों लम्बे समय तक वायरल बने रहना चाहते है. चाहे हगने की स्क्रिप्ट ही लिखकर वायरल होना पड़े.