पत्रकार श्याम मीरा सिंह के खिलाफ गुरमीत राम रहीम द्वारा दायर याचिका के मामले में आज सुनवाई करते हुए जस्टिस गुरमीत सिंह की अदालत ने श्याम मीरा सिंह के पक्ष में फैसला सुनाया है।
हालांकि, इससे पहले हुई सुनवाई में अदालत ने श्याम के एक ट्वीट को लेकर (जिसमें वीडियो को प्राइवेट करने में मजबूरी जैसी बात लिखी गई थी) पर नाराजगी जताई थी, जिसमें कोर्ट ने कहा था कि, ‘श्याम मीरा सिंह ने मजबूरी में वीडियो को प्राइवेट किया। अदालत ने चेतावनी दी थी कि भविष्य में इस तरह की बात दोहराई तो कोर्ट अवमानना की कार्रवाई करेगा।’
पिछली तारीख पर जस्टिस जसमीत सिंह ने टिप्पणी करते हुए यह भी कहा था कि, ‘कोर्ट की एक गरिमा होती है, आप कोर्ट को हल्के में नहीं ले सकते। कोर्ट किसी को कुछ भी करने के लिए बाध्य नहीं करता। हम कानूनी ढांचे के अनुसार आदेश पारित करते हैं। कोर्ट ने आपको वीडियो को निजी बनाने के लिए बाध्य नहीं किया।
बहरहाल, आज की सुनवाई के बाद, श्याम मीरा सिंह ने एक्स पर लिखा है कि, ‘आज का दिन पत्रकारों और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए ऐतिहासिक है। राम रहीम द्वारा मेरे ऊपर 2 करोड़ की मानहानि का जो केस फाइल किया गया था। उसमें मेरे द्वारा बनाए गए वीडियो को डिलीट करने के लिए राम रहीम द्वारा दायर की गई “अंतरिम एप्लिकेशन” पर आज फाइनल बहस हुई। जिसमें कोर्ट ने आज हमारे पक्ष में फ़ैसला सुनाया। और आदेश दिया कि उक्त वीडियो को हटाकर उसके शुरुआती हिस्से में सिर्फ एक “डिस्क्लेमर (कि यह वीडियो कोर्ट जजमेंट्स और किताब पर आधारित है)” एड कर वीडियो को दोबारा अपलोड किया जा सकता है। मैं जल्द से जल्द (एक दो दिन में) डिस्क्लेमर डालकर वीडियो अपलोड कर दूँगा। आपके मानसिक सपोर्ट के लिए दिल से शुक्रिया कहना चाहता हूँ। मैं अपने वकील मयंक यादव और श्रेय यादव का दिल से धन्यवाद करता हूँ।‘
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