यूपी के सीतापुर में एक बिल्डर और एक पत्रकार में जमकर युद्ध हुआ. पत्रकार ने बिल्डर के अवैध निर्माण समेत कई किस्म की करतूतों का खुलासा किया तो बिल्डर ने पलटवार करते हुए कई तरह के आरोप लगाए. बीच में कुछ समय तक मामला शांत था. अब फिर से यह प्रकरण चर्चा में आ गया है जब एक महिला ने पत्रकार पर छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज करने की गुहार की है. न्यूज़18यूपी के पत्रकार हिमांशु पूरी पर नए आरोप से फिलहाल युद्ध नए लेवल पर पहुंच गया है. हिमांशु पुरी कहते हैं कि बिल्डर से समझौता न करने का परिणाम भुगत रहा हूं. हिमांशु का आरोप है कि इस महिला ने कई अन्य लोगों के खिलाफ भी ऐसी ही एप्लीकेशन दी है और कई लोगों ने इस महिला के खिलाफ आरोप लगा चुके हैं. हिमांशु का कहना है कि इस महिला को बिल्डर ने प्रायोजित किया है.
उधर, महिला ने शिकायती पत्र में कहा है कि 12 वर्ष पूर्व जब उसका विवाह हुआ था तो पीड़िता का पति पत्रकार हिमांशु पुरी के यहां नौकरी करता था. इस नाते हिमांशु पुरी का पीड़िता के घर आना जाना लगा रहता था. पीड़िता का कहना है कि हिमांशु की नीयत तभी से मुझ पर खराब थी. ये लोग किसी ना किसी बहाने मेरे पति को बाहर भेजकर मुझको छेड़ा करते थे. मुझ पर गलत काम करने के लिए दबाव बनाया करते थे. जब मैं इससे इंकार करती तो मेरे पति को नौकरी से निकाल देने की धमकी दिया करते थे. यहां तक कि इन लोगों ने इस बात के लिए मेरे पति को भी राजी कर लिया. मेरे पति, जेठ व ससुर को हत्या के आरोप में आजन्म कारावास की सजा है. इस नाते वह लोग आज भी डरते हैं कि यदि कुछ बोला तो यह लोग मुझे जेल भिजवा देंगे. इस बात पर राजी ना होने पर हिमांशु द्वारा मेरे पति पर दबाव बनाकर मुझे घर से निकलवा दिया गया. जिस वक्त मुझे घर से निकाला गया, उस वक्त साढे आठ माह की बच्ची मेरे गर्भ में थी. दर-दर की ठोकरें खाने के बाद मैं रहम की भीख मांगने इसके छोटे भाई सुधांशु पुरी के पास गई. हिमांशु वहीं पर बैठा था. बोला एक लाख रुपये लेकर आओ. मैंने गिड़गिड़ा कर पैसे ना होने की बात कही. तो बोला, पैसे नहीं है तो मेरे साथ एक रात बिताओ, मैं तुम्हारी हर तरह से सहायता करूंगा. यह कहकर मेरे साथ अश्लील हरकतें करने लगा. मैं अपने बच्चों को देखने सीतापुर से बस द्वारा लहरपुर गई थी. जैसे ही बस से उतरी तभी कुछ दूर आगे जाकर इनका नौकर बैजनाथ अपने अन्य दो साथियों के साथ आया और मेरा हाथ पकड़कर घसीटने लगा. धमकी दी कि तुम पत्रकार की शिकायत करती हो तो भुगतोगी. वह अपने साथियों से कहा कि इसके साथ ऐसा करो कि यह कहीं मुंह दिखाने के काबिल ना रहे. महिला द्वारा शोर मचाने पर राहगीरों ने बचाया.
महिला का आरोप है कि सीतापुर पुलिस प्रशासन के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही. उसकी शिकायत दर्ज नहीं की जा रही. महिला का कहना है कि वह महिला हेल्पलाइन नंबर 1090 व 1076 पर भी शिकायत दर्ज करा चुकी है किंतु सीतापुर पुलिस मामले को रफा-दफा कराने में जुटी है.
Comments on “बिल्डर के अवैध कारनामों का खुलासा करने वाले पत्रकार पर अब महिला ने लगाया आरोप!”
यशवंत भाई यहाँ लड़ने के लिए जज़्बा और जिगरा ही नहीं झेलने की हिम्मत भी चाहिए। पत्रकारिता जिस गड्ढे में गिर गई है, वहाँ हाथ पकड़ने या सहायता करने वाले नहीं गिराने वालों का भरमार है। दबंगई क़लम या ख़ून से नहीं वरिष्ठों के भरोसे से आती है। डरपोक कोई नहीं हैं। किसी ईमानदार मज़दूर से उलझकर देख सकते हो। हालात इंसान को कुत्ता बना देते हैं। एक तरफ़ बच्चों का भविष्य दूसरी तरफ़ फ़र्ज़ हो तो आस्था और विश्वास में से किसी एक को चुनना दुबक हो जाता है। प्रशासन में तो कुत्तों की भरमार है। राजेश्वर सिंह को देख लो। अव्वल दर्जे के इस हरामी की जगज़ाहिर करतूतों के बावजूद सब ख़ामोश है। फ़र्ज़ी तरीक़े से गेलेन्ट्री अवार्ड लेने वाला यह आदमी एक मिनट में पैर पकड़ने की क़ाबलियत रखता है। वहीं मौक़ा मिलते ही चाल की तरह झपट्टा मारने से नहीं हिचकता। मैंने उपेन्द्र राय जी से कहा था मत यक़ीन करो, इस घटिया इंसान का। पर हम हर मोड़ पर देखते हैं मलाई कुत्ते के हिस्से में हाँ आता है। अगर सरकार ईमानदारी से जाँच करा ले तो राजेश्वर का पूरा ख़ानदान दशक भर से पहले खुला आसमान नहीं देख पाएगा। पर यहाँ सत्ता, सरकार, विधायिकाओं और न्यायपालिका सब अपना अस्तित्व बचानें में लगे हैं। दो पैग के बाद निकला अंदर की आवाज़।
यशवंत भाई नमस्कार
जो ये हमारे ऊपर पुरी बंधु महिला को हमसे जोड़ रहे है उसका पति इन्ही के पास काम करता था तो ये मामला भी इन्ही के घर का है। मामले की जांच होगी तो सब निकल कर सामने आ जायेगा।
यशवंत भाई नमस्कार
जो ये हमारे ऊपर पुरी बंधु महिला को हमसे जोड़ रहे है उसका पति इन्ही के पास काम करता था तो ये मामला भी इन्ही के घर का है। मामले की जांच होगी तो सब निकल कर सामने आ जायेगा।