संजय कुमार सिंह-
अब आयकर वालों के लिए यही कहना रह गया था जो राजेन्द्र जी ने कह दिया।
आपके यहां आयकर वाले नहीं आएंगे, इस गलतफहमी में नहीं रहें।
वे समृद्ध विचार वालों पर भी टैक्स लगाने का तरीका ढूंढ़ रहे होंगे।
इसलिए, घर आ ही जाएं तो उनका स्वागत सत्कार कीजिए फिर सरकारी दामाद बनने के लिए घर से विदा हो जाइए।
उसके बाद तो आपकी किस्मत कि आपको सिपर चाहिए या इंडियन टायलेट यूज करते हैं।
समृद्ध विचारों के लिए सजा उसी में मिल जाएगी।
जमानत मिलने तक बचे रहे तो पुनर्जन्म का आनंद ईनाम में मिलेगा।