कुछ चैनल इतने बदनाम हो जाते हैं कि लोग वहां ज्वाइन करने से भी डरने लगते हैं. उसी कैटगरी में आ गया है इंडिया न्यूज. कार्तिकेय शर्मा के मालिकत्व और राणा यशवंत के संपादकत्व में चल रहे इस न्यूज चैनल में कई कई महीनों से सेलरी नहीं दी गई है. जो लोग सेलरी की मांग करते हैं, उन्हें नौकरी से ही निकाल दिया जाता है.
पिछले दिनों सेलरी की मांग को लेकर पीसीआ के कुछ लोगों ने मिलकर अपनी बात रखी तो प्रबंधन के इशारे पर एचआर नरेश जायसवाल ने दस लोगों की नौकरी ले ली. बस इस अपराध में कि उनने सेलरी की मांग क्यों की?
हालत ये है कि इंडिया न्यूज में काम करने वाले कई लोगों के पास जहर खाने तक के लिए पैसा नहीं है. बिना पैसा दिए ढेर सारा काम लिया जा रहा है. जहां तीन लोगों होते थे वहां काम करने के लिए अब दो लोग ही लगाए जा रहे हैं. ऊपर से एचआर नरेश जायसवाल का आदेश है कि अगर कोई काम करने से मना करता है तो तत्काल प्रभाव से उसको निकल दिया जाए.
कई लोगों को मांगने पर छुट्टी तक नहीं मिलती. इंडिया न्यूज का मतलब हो चुका है कि एक ऐसा चैनल जहां सेलरी नहीं, छुट्टी नहीं लेकिन कर्मचारी पर होता है भारी वर्कलोड.
पीसीआर हेड को अपने विभाग के कर्मियों के दुख सुख से कोई मतलब नहीं. वो तो एचआर हेड को खुश रखने और उसके इशारे पर चलने के लिए तत्पर रहता है.
ताजी सूचना ये है कि इंडिया न्यूज़ में लोग ज्वाइन करने से भागने लगे हैं. सेलरी न मिलने की बात तो सबको पता है पर नई खबर ये फैली हुई है कि इंडिया न्यूज का एचआर नौकरी देने और नौकरी लेने, दोनों में तनिक देरी नहीं करता. देखें एक चैट-
इंडिया न्यूज चैनल में कार्यरत एक मीडियाकर्मी द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित.
Ravi nimavat
December 2, 2021 at 8:32 pm
निहायत निकम्मे हैं हरामी साले
Puneet
December 7, 2021 at 12:31 am
मैंने केस किया है….और मेरी 5 महीने की सैलरी और टीडीएस का पैसा नहीं दिए हैं इस बार मैं सूद समेत लूंगा