टीआरपी की दुनिया भी अजीब रहस्यों और उलझनों से निर्मित है. जो दिखता है वो होता नहीं. जो होता है वो दिखता नहीं. घाटोले दर घोटाले से बदनाम ‘बार्क’ की तरफ से एक लंबे गैप के बाद जब दुबारा टीआरपी जारी करने का काम शुरू किया गया तो कई अप्रत्याशित बदलाव दिखे. इन्हीं में से एक बड़े बदलाव को लेकर अंदरखाने से कुछ जानकारियां छन कर सामने आ रही हैं.
टीआरपी घोटाले की एक आरोपी रही हैं प्रिया मुखर्जी. ये तब रिपब्लिक टीवी नेटवर्क की सीओओ हुआ करती थीं. प्रिया को आरोपी बताकर जांच एजेंसी ने केस दर्ज किया था. यही प्रिया मुखर्जी अब इंडिया टीवी के साथ हैं और छोटे मोटे पद पर नहीं बल्कि इंडिया टीवी की नेटवर्क ग्रुप प्रेसिडेंट हैं.
प्रिया मुखर्जी के इंडिया टीवी जाते ही उनका जलवा दिखने लगा. चैनल की रीच और रेटिंग में बदलाव आना शुरू हो गया. पिछले कुछ हफ्तों में कई शहरी मार्केट में इंडिया टीवी की रीच बढ़ी है जबकि बाकी चैनलों की कम हुई है.
इस बदलाव से बार्क की रेटिंग, टाइम स्पेंट और पोजिशनिंग में इंडिया टीवी की बढ़त दिख रही है. यहां खास बात ध्यान देने लायक है कि ये बढ़त ओवरआल चैनल की नहीं है. ये उन कुछ स्लाट्स की बढ़त है जहां वेटेज ज्यादा है. मसलन सुबह सात और सुबह नौ बजे के बीच. रात नौ और रात दस बजे के बीच.
सबको पता है कि रात नौ बजे इंडिया टीवी के शो के एंकर खुद रजत शर्मा होते हैं.
बार्क डेटा के मुताबिक 13वें सप्ताह से 18वें सप्ताह के बीच अर्बन प्लेटफार्म यानि PAY PLATFORM पर इंडिया टीवी में असामान्य उछाल देखा गया जबकि फ्री डिश यानि ग्रामीण इलाकों में उसके शेयर गिरे. चर्चा है कि अगर ये उछाल कंटेंट की वजह से होता तो ये रुरल में भी रिफ्लेक्ट होता. लेकिन सिर्फ पे-प्लेटफार्म्स पर अकेले इंडिया टीवी का बढ़ना, वो भी कुछ खास समयावधि में, संदेह पैदा करता है.
दिल्ली में तेरहवें हफ्ते में इंडिया टीवी का शेयर 12.3 प्रतिशत था जो 17वें हफ्ते में 16.2 प्रतिशत पर पहुंच गया. सुबह साढ़े सात बजे दिल्ली के मार्केट से इंडिया टीवी को तेरहवें हफ्ते में 23 प्रतिशत रेटिंग मिलती थी जो 17वें हफ्ते में असामान्य तरीके से बढ़कर 28.4 प्रतिशत तक पहुंच गई.
दिल्ली मार्केट में रात नौ बजे इंडिया टीवी 13वें हफ्ते में 16.4 प्रतिशत था जो 17वें हफ्ते में बढ़कर 22.3 प्रतिशत तक जा पहुंचा.
ध्यान देने योग्य बात है कि ये बढ़ोत्तरी तभी से दिख रही है जबसे इंडिया टीवी ने कथित टीआरपी घोटाले में आरोपी रही प्रिया मुखर्जी को अपने साथ जोड़ा है. बताते हैं कि प्रिया मुखर्जी इंडिया टीवी के साथ पहले परोक्ष तौर पर जुड़ीं, फिर चैनल की रीच और पोजिशनिंग में जौहर दिखाने के बाद इन्हें प्रत्यक्ष रूप से आन बोर्ड कर लिया गया.
कथित टीआरपी घोटाले में रिपब्लिक टीवी नेटवर्क की तत्कालीन सीओओ प्रिया मुखर्जी पर एफआईआर दर्ज हुई थी. मुंबई पुलिस ने टीआरपी घोटाले को लेकर प्रिया से पूछताछ भी की थी. बाद में इस प्रकरण में मुंबई पुलिस द्वारा दाखिल चार्जशीट में भी प्रिया मुखर्जी का नाम था. 3600 पेज की चार्जशीट में नाम आने के बाद प्रिया मुखर्जी ने जमानत ली.
उपरोक्त विश्लेषण पर अगर इंडिया टीवी और प्रिया मुखर्जी की तरफ से कोई प्रतिक्रिया या पक्ष भेजा जाता है तो उसे ससम्मान प्रमुखता से प्रकाशित किया जाएगा. संपर्क- [email protected]