सैलरी देर से देना, ना देना कोई नई बात नहीं है मीडिया में, खास कर सेक्टर 63 में जो रीजनल चैनल्स हैं उनमें. लेकिन एक ऐसा चैनल भी है जो सैलरी मांगने पर कर्मचारी पर हाथ उठाता है.
कर्मचारी जब सैलरी के बाबत पूछते हैं तो उन्हें निकाल दिया जाता है. यहीं नहीं अगर आपको चैनल में रहना है, जॉब बचानी है तो माफ़ी का हलफनामा लिखवाया जाता है.
बात INDIA VOICE की हो रही है. 3-4 महीन लेट से सैलरी दी जा रही है. अब तक October, Nov, Dec की सैलरी नहीं आई है. सैलरी के बारे में पूछा गया तो कई लोगों को निकाला गया जॉब से. बताया जाता है कि एक लड़की पर एक कैमरामैन ने हाथ तक उठा दिया.
चैनल के OUTPUT HEAD तिलक चावला हैं जो कि 8 बजे मुद्दे की बात करते हैं कैमरे के सामने. लेकिन सैलरी के मुद्दे पर भीगी बिल्ली बन जाते हैं.
EDITOR उन्मुक्त मिश्रा पहले खुद आश्वासन देते हैं, सैलरी की तारीख देते हैं, फिर साफ़ कहते हैं, नहीं, मैंने ऐसा नहीं कहा.
जिन लोगों ने resign दिया है उनका पैसा management मार के बैठा है. MD PREM SAGAR इतने वीआईपी हैं कि 5-10 लाख तो दान कर देते हैं लोगों को लेकिन अपने चैनल में काम कर रहे कर्मचारियों को सैलरी नहीं देते. HR Amitabh jyotirmay और Accountant आलोक के पास सैलरी के मुद्दे पर कोई जवाब नहीं रहता. बस जो सवाल करता है उसे निकाल दिया जाता है और कहा जाता है कि आपकी सैलरी घर में आ जाएगी।
देखें कुछ स्क्रीनशॉट-