-गिरीश मालवीय-
एक तरफ इण्डिया का मीडिया है और एक तरफ अमेरिका का!
चुनाव नतीजे सामने आने के बाद हार को सामने देख ट्रम्प ने पहली बार व्हाइट हाउस से बयान दिया। इसे कवर करने के लिए मीडिया भी मौजूद था। ट्रम्प ने जैसे ही अपनी बात रखना शुरू की, वे झूठे दावे करने लगे।
उन्होंने कहा, ‘चुनाव नतीजे मेरे खिलाफ चल रही साजिश का नतीजा हैं। डेमोक्रेट्स को अवैध वोट मिल रहे हैं। वे मुझसे चुनावी जीत छीनने की कोशिश कर रहे हैं। अगर लीगल वोट्स की गिनती की जाए तो मैं आसानी से जीत जाऊंगा। अब तक बैलेट्स गिने जा रहे हैं, मतलब चुनावों में धांधली हो रही है। सीक्रेट काउंटिंग चल रही है।’
ट्रम्प ने आरोपों के समर्थन में कोई सबूत नहीं दिया। वे 17 मिनट बोले और इसी तरह के झूठे दावे करते रहे। अमेरिका के तीन प्रमुख न्यूज चैनलों ABC, NBC और CBS ने इसे देश की स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनावी प्रक्रिया के खिलाफ माना और व्हाइट हाउस से ट्रम्प का लाइव कवरेज रोक दिया।
क्या भारत में आप ऐसी कल्पना भी कर सकते है?
Samar Anarya की Fb पोस्ट.
राष्ट्रपति ट्रंप के प्रेस कांफ्रेंस में लगातार झूठ बोलने से नाराज़ यूएस मीडिया ने प्रसारण ही बंद कर दिया। बता कर कि राष्ट्रपति झूठ बोल रहा है।
भारतीय मीडिया बादल रडार तर्क ढूँढने लगता है!
और हाँ- अर्नब गोस्वामी की आत्महत्या को उकसाने में गिरफ़्तारी प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला है !
All major US Media groups cut off President Trump over him telling lies after lies.
Indian Media scrambles for finding support for Modi lies!
And yeah, arrest of Arnab Goswami is assault on press freedom!
प्रकाश
November 6, 2020 at 7:28 pm
भाई सबक कैसे ले लें ऐसा कोई मालिक नहीं जिस के ऊपर कोई केस नहीं सब ने दलाली से कमाया है। चाहे संपादक हो या मालिक किसी की जांच-पड़ताल करा के दखलो।