राघवेन्द्र शुक्ला-
अयोध्या जनपद के पुलिस कप्तान शैलेश पाण्डेय ने अपनी सक्रियता के जरिए एक मनोविकृत वहशी को चंद घंटों में ही गिरफ्तार करा लिया. तीन दिन पहले की घटी घटना है. महज 6 वर्ष की बेटी के साथ दुष्कर्म की वारदात हो गई.
खबर मिलते ही पुलिस कप्तान शैलेश पांडेय एक्टिव हुए और अयोध्या पुलिस को रेपिस्ट को पकड़ने के लिए झोंक दिया. नतीजा ये हुआ कि चंद घंटों में ही दरिंदे को न कि सिर्फ चिन्हित किया गया बल्कि उसे गिरफ्तार भी कर लिया गया.
कई लोगों ने आरोपी को संरक्षण देने के मामले को लेकर कुछ लोगों पर गंभीर आरोप भी लगाए हैं. आरोप-प्रत्यारोप के दौरान सड़क जाम की घटना भी हुई. विधायक पहुंचे. कैंडल मार्च समेत और भी बहुत कुछ हुआ. एक समय ऐसा लग रहा था कि दरिंदे को बचा लिया जाएगा. पर पुलिस कप्तान ने किसी की एक न सुनी. वहशी की गिरफ्तारी के बाद उसे जेल भिजवा कर ही दम लिया. अब उनकी कोशिश जल्द से जल्द उसे न्यायालय द्वारा दंड दिलाने की है. इसके लिए पुलिस टीम पर्याप्त साक्ष्य एकत्रित कर मामले की मजबूत पैरवी के लिए तैयारी कर रही है.
इस प्रकरण में बेगुनाह भी फंस सकते थे. पर एसएसपी शैलेश पाण्डेय एसपी सिटी विजय पाल सिंह व अयोध्या के सीओ आरके चतुर्वेदी के रवैये ने ‘बेगुनाह न फंसे और दोषी न बचे’ को चरितार्थ किया. भीड़ के आंदोलन, मीडिया की सुर्खियों व नेताओं के दबाव के आगे पुलिस टीम नहीं झुकी और असली आरोपी गिरफ्तार किया गया.
राघवेन्द्र शुक्ला
वरिष्ठ संवाददाता
इंडिया न्यूज़, लखनऊ