संस्कारधानी में खुद का कोरोना टेस्ट कराकर पत्रकारों ने दिया जागरूकता का सन्देश
पूरी दुनिया को हिला कर रख देने वाली कोरोना महामारी को लेकर देश में अब भी डर और दहशत का माहौल बना हुआ है। जबलपुर में कोरोना की दस्तक के 150 दिन बीतने के बाद इसको लेकर आम जनमानस में कुछ जागरूकता आई है लेकिन इससे हमें संतुष्ट नहीं होना चाहिए। कोरोना की जंग जीतने के लिए सतर्कता और जागरूकता बेहद कारगर हथियार बनकर उभरे हैं। ऐसा कोई दिन नहीं है जब जबलपुर में कोरोना के संक्रमित मरीज सामने नहीं आ रहे हैं।
पॉजिटिव मरीजों के बढ़ते आंकड़े को देखते हुए यह कहना बेहद मुनासिब होगा कि शासन के निर्देशों का पालन और स्वयं की जागरूकता के जरिए हम इस जंग को जीत सकते हैं। इस बीच संस्कारधानी के पत्रकारों ने कोरोना की जंग में जीत हासिल करने के लिए एकजुट होकर जागरूकता का परिचय दिया है। शहर के प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े पत्रकारों एवं छायाकारों ने सामूहिक रूप से खुद का कोरोना टेस्ट कराया।
कोरोना संक्रमण के पहले दिन से लेकर आज तक ये पत्रकार, फ़ोटोजनर्लिस्ट, वीडियो जर्नलिस्ट लगातार जोखिम उठाते हर कवरेज में जुटे हुए हैं और आप तक सटीक खबरें पहुंचा रहे है। स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से करमचंद चौक स्थित सिटी बंगाली क्लब में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए पत्रकारों के कोरोना के सैंपल लिए गए।
इसका मकसद यही था कि कोरोना की जंग में हम सब एक हैं और मिलकर ही इस खतरनाक वायरस को हराएंगे। यह बताते हुए सुखद अनुभूति हो रही है कि जबलपुर के पत्रकारों के जितने भी सैंपल लिए गए हैं सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। कोरोना के सैंपल का नेगेटिव आना इस बात का प्रमाण नहीं है कि कोरोना अब नहीं हो सकता, इसके लिए जरूरी है शासन के दिशानिर्देशों का पालन करें एवं खुद और अपने परिवार को स्वस्थ्य रखें।
Rajesh Vishwakarma
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