राजस्थान की राजधानी जयपुर के पत्रकार पिछले 4 दिनों से अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलनरत है। पत्रकारों ने राजस्थान सरकार की चौथी वर्षगांठ के दिन 13 दिसंबर को काले दिवस के रूप में मना कर इस आंदोलन की शुरुआत की। अब पिंक सिटी प्रेस क्लब के बाहर पत्रकारों का क्रमिक अनशन जारी है।
इस आंदोलन में पिंक सिटी प्रेस क्लब जयपुर, राजस्थान श्रमजीवी पत्रकार संघ राजस्थान पत्रकार परिषद, राजस्थान पत्रकार संघ जार, राजस्थान फोरम ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट, कौंसिल ऑफ जर्नलिस्ट, पत्रकार ट्रस्ट ऑफ इंडिया, आईएफडब्ल्यूजे, राजस्थान लघु समाचार पत्र संपादक संघ, एसोसिएशन ऑफ स्माल एंड मीडियम न्यूज़पेपर ऑफ इंडिया समेत सभी पत्रकार संगठन भाग ले रहे हैं। पत्रकारों की मांगों में आवास योजना, पत्रकार पेंशन योजना, कैशलेस मेडिक्लेम योजना, पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने और अधिस्वीकरण के नियमों का सरलीकरण करना भी शामिल है।
आंदोलन से पहले राजस्थान सरकार के प्रतिनिधियों और पिंक सिटी प्रेस क्लब के अध्यक्ष एल एल शर्मा महासचिव मुकेश मीणा, राजस्थान श्रमजीवी पत्रकार संघ के अध्यक्ष हरीश गुप्ता, राजस्थान पत्रकार परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष रोशन लाल शर्मा , प्रदेश अध्यक्ष रोहित सोनी राजस्थान पत्रकार संघ के महासचिव राधा रमण शर्मा उपाध्यक्ष राहुल गौतम, राजस्थान फोरम ऑफ वर्किंग समिति के अध्यक्ष मांगीलाल पारीक महासचिव अशोक भटनागर, कौंसिल ऑफ जर्नलिस्ट के प्रदेश अध्यक्ष अनिल त्रिवेदी, पत्रकार ट्रस्ट ऑफ इंडिया के अध्यक्ष एस एन गौतम के बीच समझौता हुआ था उसके अनुसार राजस्थान सरकार को 12 दिसंबर तक पत्रकारों की समस्याओं का समाधान करना था किंतु वादाखिलाफी की गई। इसके विरोध में ही पत्रकारों को आंदोलन करने पर मजबूर होना पड़ा।