एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर, आरकेएस कंस्ट्रक्शन के मालिक, साइट इंचार्ज व अन्य पर हत्या का मामला दर्ज
कोडरमा। रांची से प्रकाशित दैनिक प्रत्युष नव विहार के ब्यूरो चीफ पत्रकार संतोष मिश्रा का मंगलवार झुमरीतिलैया मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार किया गया। वहीं सोमवार शाम झुमरीतिलैया के बाईपास रोड ओवरब्रिज के पास हुई मौत मामले में पुलिस ने हत्या का केस दर्ज किया है़।
मृतक पत्रकार की पत्नी रंजीता मिश्रा के आवेदन के आधार पर पुलिस ने धारा 302, 120बी, 279 व 34आईपीसी के तहत कांड संख्या 33/24 दर्ज किया है़। दर्ज मामले में एनएचएआई हजारीबाग के प्रोजेक्ट डायरेक्टर, बरही से कोडरमा तक फोरलेन का निर्माण करा रही कंपनी आरकेएस कंस्ट्रक्शन के मालिक, साइट इंचार्ज व अन्य पर साजिश के तहत हत्या का आरोप लगाया गया है़। पुलिस अब पूरे मामले की जांच करेगी़।
इस बीच मंगलवार को पुराना बस स्टैंड आदर्श नगर स्थित आवास पर उनका शव पहुंचते ही माहौल गमगीन हो गया़। परिजनों की चित्कार से हर आंख नम हो गईं। शहर के बुद्धिजीवियों, पत्रकारों व गणमान्य लोगों ने दिवंगत पत्रकार को अंतिम विदाई दी़। अंतिम यात्रा में भारी संख्या में पत्रकार व अन्य लोग शामिल हुए़। स्थानीय मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार किया गया, जहां मुखाग्नि उनके 8 वर्षीय पुत्र श्रेयम ने दिया। इससे पहले सोमवार शाम को ट्रक के द्वारा कुचल कर पत्रकार को मार दिए जाने की घटना के बाद रांची-पटना मुख्य मार्ग पांच घंटे तक जाम रहा।
देर रात करीब 11 बजे एसडीओ रिया सिंह, एसडीपीओ जीतवाहन उरांव, कोडरमा सीओ कमल किशोर सिंह, तिलैया थाना प्रभारी विनय कुमार के द्वारा घटना को लेकर एफआईआर दर्ज करने सहित अन्य आश्वासन देने पर जाम हटा। देर रात मृतक का शव अंत्यपरीक्षण के लिए सदर अस्पताल कोडरमा ले जाया गया़। मंगलवार को डीसी मेघा भारद्वाज के आदेश पर मेडिकल बोर्ड ने शव का पोस्टमार्टम किया़। टीम में डॉ परिमल तारा, डॉ संदीप सिंह और डॉ रविकांत कुमार सिंह शामिल थे।
आपराधिक साजिश के तहत हत्या कर सड़क दुर्घटना का रूप देने का प्रयास
मौत को लेकर पत्नी रंजीता मिश्रा ने थाना को दिए आवेदन में कहा है कि मेरे पति संतोष मिश्रा (47 वर्ष, पिता स्व़ रामभरत मिश्रा) की हत्या एक आपराधिक साजिश के तहत ट्रक संख्या जेएच 10बीपी 5639 से कुचलकर झुमरीतिलैया बाईपास ओवरब्रिज के समीप 19 फरवरी की शाम करीब 4.45 बजे कर दी गई। इस साजिश में ट्रक चालक के अलावा सड़क का निर्माण कर रही कंपनी आरकेएस कंस्ट्रक्शन कंपनी के स्थानीय मैनेजर नारायण सिंह, एनएचएआई हजारीबाग के प्रोजेक्ट डायरेक्टर और आरकेएस कंस्ट्रक्शन के मालिक की भूमिका है।
दरअसल, मेरे पति संतोष मिश्रा अपनी बाइक (संख्या जेएच 12के 9937) से कोडरमा प्रखंड के पखंड सहकारिता पदाधिकारी संजय शर्मा के साथ झुमरीतिलैया बाईपास होते हुए तिलैया क्लिनिक की और जा रहे थे। वह सड़क के किनारे से बाइक चलाते हुए जैसे ही बाईपास ओवरब्रिज की चढ़ाई के समीप पहुंचे, काफी तेज रफ्तार के साथ उक्त ट्रक ने आकर मेरे पति की बाइक में धक्का मारा, जिससे वे गिर गए और घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो गई। इसके बाद ट्रक वहां से भाग निकला़। कुछ दिन पूर्व मेरे पति ने सड़क निर्माण कर रही कंपनी आरकेएस की लापरवाही की खबर चलाई थी जिसमें नाली के पानी से सड़क निर्माण के साइट पर छिडकाव किए जाने का प्रसंग था। इस खबर से बौखला कर आरकेएस कंस्ट्रक्शन कंपनी के मैनेजर नारायण सिंह ने उन्हें सड़क पर कुचलवा देने की धमकी दी थी।
नारायण सिंह ने कहा था कि तुम आरकेएस कंपनी के मालिक की हैसियत को जानते नहीं हो, तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई उनके खिलाफ खबर चलाने की? इसके बाद से मेरे पति काफी चिंतित और तनाव में रहते थे। वह इस बात को लेकर हमेशा आतंकित रहते थे और मुझसे चर्चा करते थे कि आरकेएस कंस्ट्रक्शन के मैनेजर नारायण सिंह, उनकी कंपनी के कमलेश सिंह, देवेंद्र कुमार, अमृत पल्लव, सारथी भट्टचायर्या व अन्य कभी भी साजिश के तहत उनकी हत्या करवा सकते हैं। आज की घटना से स्पष्ट है कि मेरे पति संतोष मिश्रा की हत्या आपराधिक साजिश के तहत करवा कर इसे सड़क दुर्घटना का रूप देने का प्रयास किया गया है।