अंबाला : मीडिया के घनघोर प्रेमी हरियाणा के एक वरिष्ठ पीआरओ को चतुराई महंगी पड़ गई। हरियाणा सरकार के सबसे वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी में शामिल केवल बिंद्र जो वर्तमान में जिला जनसंपर्क एवं सूचना अधिकारी के पद पर हैं, को प्रदेश के स्वास्थ्य व खेल मंत्री से भारी डांट डपट खानी पड़ी। अपमान का ये घूंट उन्हें उम्र के उस मुकाम पर पीना पड़ा, जब उनके रिटायर होने में तीन हफ़्ते मुश्किल से रह गए हैं। अम्बाला में तैनात केवल बिंद्र नामक इस जनसंपर्क अधिकारी को कबूतर उड़ाना महंगा पड़ गया।
दरअसल प्रदेश के खेलमंत्री अनिल विज ने अम्बाला में गवर्नमेंट कॉलेज की एथलीट मीट का उदघाटन करते हुए कबूतर उड़ाकर शुभारंभ करने से मना कर दिया था। गुरुवार को हुए समारोह में जैसे ही आयोजकों ने उनको कबूतर थमाए, उन्होंने कबूतर को छूने से भी मना कर दिया। मंत्री बोले- ये कबूतर उड़ाने की प्रथा गलत है, इसे बंद करना चाहिए। ये पक्षियों पर अत्याचार है। लेकिन अगले रोज मंत्री की अखबार देख आंखें फटी रह गई। सरकारी विज्ञप्ति के हवाल से खबर छपी कि खेल मंत्री ने कबूतर उड़ाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। मंत्री जी ये देख क्रुद्द हो गए और तुरंत डीपीआरओ बिंद्रा को बुलाकर जमकर खरी खोटी सुनाई। बताते हैं ये भी कहा कि रिटायर होने जा रहे हो, नहीं तो सीधा सस्पेंड कर देता।
अति उत्साह में मीडिया तक बहुत जल्द खबरें पहुंचाकर अपना रुतबा बनाने वाले ये अधिकारी महोदय पहले भी विवादों में रहे हैं. वैसे इस जनसंपर्क अधिकारी ने इन मंत्री महोदय के हाथों दो हफ़्ते पहले अपने डाक्टर बेटे की क्लीनिक का उदघाटन भी कराया था। हैरानी इस बात की हो रही है कि मंत्री ने कबूतर न उड़ाने पर इतना प्रवचन किया और आयोजकों द्वारा कबूतर लाने पर सख्त कार्रवाई करने की बात कही। बावजूद इसके जनसंपर्क अधिकारी ने प्रेस विज्ञप्ति भेजी कि कबूतर उड़ाए गए।
इस पर अपनी सफाई देते जनसंपर्क अधिकारी ने मंत्रीजी से कहा- ”साहब, मैं तो दूर से देख नहीं पाया कि आपकी और आयोजकों की क्या बात हो रही थी।” बात ये भी सामने आ रही है कि ये अधिकारी महोदय नींद लेने लग गए थे, जिससे महंगा पड़ गया माामला। अब मंत्री को खुश करने के लिए दोबारा संशोधित विज्ञप्ति डाली तो मीडिया ने इन्हें धो डाला। टाइम्स आफ इंडिया में चार कालम खबर लगी है इस बारे में।
एक पत्रकार द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित.