छत्तीसगढ़ अंचल के संघर्षशील गरीब मजलूमों के नेता स्वर्गीय कामरेड नवरंग लाल पर वरिष्ठ पत्रकार सुरेशचंद्र रोहरा के लिखे उपन्यास कामरेड आप कहां हो का विमोचन भोपाल से कोरबा आये समाजवादी और गांधीवादी नेता रघु ठाकुर के कर कमलों से संपन्न हुआ।
उन्होंने अपने लंबे उद्बोधन में देश दुनिया के तमाम परिस्थितियों पर प्रकाश डाला उपन्यास पर मुख्य अतिथि की आसंदी से टिप्पणी करते हुए कहा कि कामरेड नवरंग लाल पर लिखे इस उपन्यास की सबसे बड़ी खासियत यह है कि अभी तक दो पौराणिक कहानियां स्वर्ग से पृथ्वी पर आने की है। एक है सावित्री की कहानी जो अपने पति को वापस लाती है इस उपन्यास में लेखक ने कांग्रेस नवरंग लाल को पृथ्वी पर दोबारा, शोषित मजलूमों पर हो रहे हैं अत्याचार को रोकने का कथानक लिखा है क्षेत्र में हो रहे अत्याचार शोषण के खिलाफ आवाज उठाई जाती है और दो लोगों को स्वर्ग लोक भेजा जाता है जहां वे कामरेड नवरंग लाल से मिलते हैं और पृथ्वी पर चलकर के शोषण के खिलाफ लड़ाई लड़ने का अनुग्रह करते हैं।
यहां लेखक रोहरा ने एक बड़ा संदेश दिया है कि कामरेड नवरंग लाल कहते हैं कि मैं अगर पृथ्वी पर जाऊंगा शोषण के खिलाफ लडूंगा और फिर जब वापस आ जाऊंगा तब आप लोगों के लिए कौन लड़ाई लड़ेगा। यह कहकर कामरेड नवरंग लाल स्वर्ग लोक से आने से मना कर देते हैं। और संदेश देते हैं कि आप अपने आप को शोषण अत्याचार से रोकने के लिए तैयार करो और अकेले लड़ाई लड़ो यहां पर आकर के लेखक सुरेशचंद्र रोहरा ने अपने आप में बहुत महत्वपूर्ण संदेश दिया है। समाजवादी नेता रघु ठाकुर आज दोपहर 12 बजे कोरबा पहुंचे यहां कामरेड नवरंगलाल के सुपुत्र शिवशंकर अग्रवाल के आवास पर कामरेड नवरंगलाल पर लिखी पुस्तक कामरेड आप कहां हो का विमोचन किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता भोपाल से समाजवादी नेता जावेद उस्मानी ने की मंच पर कामरेड नवरंग लाल के लघु भ्राता राम सिंह अग्रवाल, लेखक सुरेशचंद्र रोहरा, सनंद दास दीवान, शिवशंकर अग्रवाल उपस्थित थे। कार्यक्रम के प्रारंभ में नवरंग लाल की प्रतिमा पर रघु ठाकुर ने पुष्प अर्पित किए। अपने उद्बोधन में उन्होंने कहा कि देश में आज राम-राम जपा जा रहा है और मंदिर निर्माण को मील का पत्थर बताया जा रहा है जबकि देश के हालात अच्छे नहीं हैं उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि लोकतांत्रिक मूल्यों को आज की सरकार नष्ट कर रही है जिसकी लड़ाई लड़ने के लिए आज चेतन की आवश्यकता है लड़ाई लड़ने की आवश्यकता है।
विमोचन कार्यक्रम में अध्यक्षता करते हुए जावेद उस्मानी ने कहा कि लेखक श्री रोहरा ने कामरेड नवरंग लाल को समर्पित यह पुस्तक अत्यंत महत्वपूर्ण लिखी है जो अपने आप में अद्भुत प्रयास है जिसकी हम प्रशंसा करते हैं। कार्यक्रम में मुरित राम साहू ने संबोधित करते हुए कहा कि कामरेड नवरंग लाल एक अजेय योद्धा थे मजदूर गरीबों के लिए जो उन्होंने लड़ाई लड़ी उसे कभी नहीं भुलाया जा सकता।
प्रगतिशील लेखक संघ के संरक्षक यूनुस दनियालपुरी ने कहा कोरबा में कामरेड नवरंग लाल का योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता मगर आज दिनांक तक उनके नाम पर ना तो कोई गली मोहल्ले का नाम रखा गया ना ही कोई चौक चौराहे का यह अपने नेताओं के साथ कृतध्नता ही है। कामरेड ने जो यहां संघर्ष किया है वह आज लंबे समय के बाद भी याद किया जा रहा है यह किताब लिखी गई या सच्ची श्रद्धांजलि है।
कामरेड नवरंग लाल के भ्राता राम सिंह अग्रवाल, जुगनू खान एवं अन्य ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ पत्रकार, पूर्व एल्डरमैन सनंद दास दीवान द्वारा किया। आभार व्यक्त कामरेड एन डी दास ने किया। इस महत्वपूर्ण आयोजन में एमएल रजक, युनुस दनियालपुरी, राकेश शर्मा, जुगनू खान, मूरित राम साहू, ए जी खान, अहमद खान, पत्रकार अरविंद पाण्डेय, उमेश यादव, राजेश सक्सेना, विशाल सक्सेना, कमल सर्वविद्या की उपस्थिति रही।