विश्व दीपक-
हाउस ऑप लॉर्ड्स की क्या उपयोगिता है हमारे लिए?
झारखंड मुक्ति मोर्चा से शुरु हुई बारगेनिंग समाजवादी पार्टी के साथ डील पर आकर खत्म हुई. कपिल सिब्बल को राज्यसभा की सीट मिली और समाजवादी पार्टी को ऐसा वकील मिला जो आज़म खान से लेकर अखिलेश यादव तक को मुसीबत के वक्त जेल जाने से बचाएगा.
नेताओं को वकील की जरूरत सबसे ज्यादा क्यूं होती है? इसीलिए. हम सबको मालूम ही था कि सिब्बल की बेचैनी का कांग्रेस में सुधार से कोई वास्ता नहीं. जी-23 बनाना, उनकी चिट्ठियां राज्यसभा तक पहुंचने की पूर्व पीठिका थी.
पिछले 8 सालों में आपने कपिल सिब्बल को कहां देखा है? कहां से मतलब क्या आपने कपिल सिब्बल को किसी भी उस जगह पर देखा हैं जहां होने से उस पार्टी को फायदा मिलता जिसकी वजह से कपिल सिब्बल या उनके जैसों को यूपीए सरकार में अनवरत लगभग 10 साल तक मंत्री बनाए रखा गया.
कपिल सिब्बल के महामारी के दौरान कहीं देखा? मज़दूरों के पलायन के दौरान कहीं देखा? मंहगाई, नोटबंदी, जीएसटी के विरोध में कहीं देखा? पिछले आठ सालों में उन्हें तीन जगहों पर ही देखा गया है – 24 अकबर रोड, सुप्रीम कोर्ट और दिल्ली की सुपर इलीट पार्टियों में.
कपिल सिब्बल भारतीय एलीट का वो चेहरा है जो हर हाल में सत्ता के साथ अपना गठजोड़ बनाए रखता है. बनाए रखना जानता है. यह सिलसिला मुगलों के दौर से लेकर अंग्रेज़ों तक और कांग्रेस के दौर से लेकर आज तक जारी है.
यही वो बिंदु है जहां मुझे लगता है कि एक संस्थान के तौर पर राज्यसभा की कोई उपयोगिता नहीं है.
हाउस ऑफ लॉर्ड्स को समाप्त कर देना चाहिए. सचिन तेंदुलकर, रेखा, कपिल सिब्बल, जयराम रमेश और ऐसे दूसरे सैकड़ों लोग जो सीधे चुनाव नहीं जीत सकते लेकिन जिन्हें अलग-अलग कारणों से सत्ता में बने रहते हैं या सत्ता उन्हें अपने पास बनाए रखती उनकी छटाई हो जाएगी तो लोकतंत्र मज़बूत ही होगा कमजोर नहीं.