अभिषेक उपाध्याय-
“अड़ानी तो फ्रंट हैं। सारा पैसा मोदी का लगा है।”
“मोदी भारत के अब तक के सबसे भ्रष्ट प्रधानमंत्री हैं।”
अरविंद केजरीवाल ने ये दोनों बयान दिल्ली विधानसभा के भीतर विशेषाधिकार के सुरक्षा घेरे में दिये हैं। सवाल उठ रहे हैं कि अरुण जेटली से लेकर बिक्रम मजीठिया तक से माफ़ी माँग चुके अरविंद केजरीवाल क्या कभी किसी जनसभा या प्रेस कांफ्रेंस में इस आरोप को दोहरा पाएँगे?
आख़िर इतना सेफ क्यों प्ले करते हैं अरविंद केजरीवाल? दिल्ली सरकार के भीतर भी किसी भी मंत्रालय का ज़िम्मा सँभालने और उसकी फ़ाइलों पर दस्तख़त करने से बचते आए हैं केजरीवाल।