Subhash Chandra Kushwaha-
नीचे के समाचार को गम्भीरता से पढ़िए। यह आज, इंडियन एक्सप्रेस में छपा है।

युवराज रामदास नामक ज्योतिषी, जिसके पास सत्ता शीर्ष नेताओं के साथ तमाम फोटो हैं, उसने एक रिटायर्ड महिला जज इन्द्रकला से 8.27 करोड़ की ठगी की है। अब बंगलुरू से गिरफ्तार किया गया है। इस ज्योतिष द्वारा ठगी के पहले भी कुछ मामले प्रकाश में आये हैं मगर सत्ता और अधिकारी तो ऐसे ज्योतिषाचार्यों की ही गिरफ्त में रहते हैं।
उस भूतपूर्व महिला जज से इस ज्योतिषी का सम्पर्क एक IPS ने कराया था। इस ज्योतिषी ने अपनी पहुंच के बल पर महिला जज से कहा कि एक महिला रिटायर्ड जज को उच्च पद पर बैठाना है। कुछ पार्टी फण्ड में दीजिये तो काम करा दूंगा। बस क्या, उस महिला जज ने 8.27 करोड़ की रकम दे दी।
अब काम नहीं होने पर वह पुलिस के पास गई हैं। यहां एक साथ कई तथ्य उभरते हैं। पहला यह कि ज्योतिषी के बल पर किसी का काम नहीं हो सकता, काम कराने के लिए सम्पर्क, पहुंच और सत्ता की दलाली जरूरी है।
दूसरा, नेता और ब्यूरोक्रेट, ऐसे ही ठगों, ज्योतिषियों के चंगुल में रहते हैं। आज की शिक्षा का यही स्तर है।
तीसरा कि न्याय करने वाले जज भी 8 करोड़ देकर कुर्सी चाहते हैं। फिर वे न्याय करेंगे? तब तो एक केस जज साहिबा पर भी बनता है न? मगर बनेगा नहीं।
इस मामले को जल्द रफादफा किया जाएगा नहीं तो कई नाम उछलेंगे।