शीतल पी सिंह-
विश्व चैंपियन लड़कियों का मनोबल तोड़ने के लिए शिखंडी सेना TV चैनलों और दलाल प्रोफाइलों के साथ मैदान में है। सावधानी से व धैर्य से हर सूचना / फ़ोटो/ व्हाट्सएप संदेश आदि की पड़ताल कीजिए तब आगे बढ़ाइए। ये सच बनाम झूठ की लड़ाई है !
चैंपियन विनेश फोगट और साक्षी मलिक का ये बयान दर्ज किया जाए। मीडिया वालों के लिए ये बुरी खबर है पर इसे दिखायेंगे नहीं। क्या दिखाना है, इसके आदेश सुपर बॉस से आ पहले ही आ चुके हैं इसलिए इफ बट का कोई सवाल ही नहीं है।



पंकज मिश्रा-
आज भी साक्षी बजरंग और विनेश प्रोफेशनल कुश्ती में चली जाए तो जितना इनामो इकराम इन्हें मिलेगा , वह इन्हें मिले पैसों से बहुत कम होगा। और छोड़िए अगर ये बहरीन कतर जैसे देशों को represent करने लगे तो ये अपने ग्रेड के बराबर रेलवे की नौकरी करने वालों को अपना इंडिविजुअल masseur रख लेंगी। बहरीन और कतर की एथलेटिक्स टीम को देख ले , वह सब अफ्रीकी एथलीटों से भरी पड़ी है।
इनकी ही एक बहन ऋतु फोगाट जो कुश्ती में सबसे कमजोर थी उसने पेशेवर कुश्ती opt कर ली , बॉक्सर विजेंदर ने भी रिटायर होकर प्रोफेशनल बॉक्सिंग शुरू कर दी। पिछले साल की इंटरनेशनल चैंपियनशिप्स में इन पहलवानों का प्रदर्शन गूगल पर चेक कर ले , इन्होंने क्या जीता है। ये दुनिया के किसी भी अमीर उभरते मुल्क में आराम से एकेडमी खोल सकती है।
तो इन्हें इतना न सताइये और बदनाम कीजिये कि यह न्याय की उम्मीद ही छोड़ दे। पैसे और करियर की कुर्बानी के जरिये परपीड़ा सुख आपको नही मिलने वाला है। ये तो इस मिट्टी से मोहब्बत में इतना सब कुछ झेल रही है।
रवीश कुमार-
बृजभूषण सिंह को लेकर किसी भी वक्त कार्रवाई हो सकती है इसे लेकर दो जून के दिन माहौल बनाया जाने लगा। पत्रकार ट्वीट करने लगे कि एक्सप्रेस की रिपोर्ट बताती है कि कार्रवाई से पहले भूमिका तैयार की जा रही है। कुछ ने कहा कि बीजेपी का कोई नेतृत्व है जो नाराज़ है तो कोई प्रधानमंत्री के लिए माहौल बनाने लगा कि एक्शन तय है। इसी बीच बालासोर से ट्रेन दुर्घटना की खबर आई है, दावे के साथ नहीं कह सकते कि यह घटना नहीं हुई होती तो बृजभूषण सिंह के खिलाफ कार्रवाई हो गई होती। अगर उन्हें पार्टी से निलंबित किया जाए या गिरफ्तार किया जाए, तो यह दोषी को पकड़ने की कार्रवाई नहीं होगी, बल्कि अपनी छवि को बचाने की कार्रवाई होगी।