एक दौर था महुआ ग्रुप का. न्यूज चैनल से लेकर कई किस्म के कामकाज इस ग्रुप के बैनर तले होते थे. इसके चेयरमैन पीके तिवारी का जलवा था. फिल्म सिटी में महुआ के आफिस में मीडियाकर्मियों और कलाकारों की भरमार रहती थी.
पर अनप्रोफेशनल रवैये और पैसे कमाने की अमिट भूख के चलते कर्ताधर्ताओं ने धीरे धीरे इस ग्रुप की कब्र खोदना की शुरुआत कर दी. बाद में जब राज खुले तो पीके तिवारी कई दफे जेल गए. कई किस्म की जांचें हुईं. तिवारी जी के घर के भीतर कई दुखद घटनाक्रम हुए.
ताजी सूचना है कि प्रवर्तन निदेशालय की टीमों ने महुआ ग्रुप के मालिकों के कई शहरों में स्थित ठिकानों पर छापेमारी कर करोड़ों की संपत्ति जब्त की है. पढ़ें इस संबंध में अखबार में प्रकाशित खबर-