अलीगढ़ : शिक्षा के क्षेत्र में विश्व प्रसिद्ध अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में कुछ महीनों से राजनीति ज्यादा ही गर्माई हुई है। कहीं छात्रों का धरना चल रहा है तो कहीं विभिन्न राजनीतिक संगठन अमुवि पर अपने ब्यान देकर अमुवि की राजनीति को गर्माये हुये हैं। अमुवि की इस तरह की खबरों की कवरेज कर रहे फोटो जर्नलिस्ट मनोज अलीगढ़ी के खिलाफ अमुवि प्रशासन ने तहरीर देकर फंसाने का प्रयास किया है।
कुछ दिन पहले अमुवि छात्रों के कुलपति के आवास के सामने दिये जा रहे धरने पर अमुवि पीवीसी की फोटो पर जूते का हार पहनाकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा था। इसे वरिष्ठ फोटो जर्नलिस्ट मनोज अलीगढ़ी ने अपने कैमरे में कैद कर लिया। ये फोटो राष्ट्रीय समाचार पत्रों सहित कई अन्य अखबारों में भी प्रकाशित हुआ। इसी से कुपित चल रहे अमुवि प्रशासन ने बुल से हुए मामूली विवाद को मुद्दा बनाते हुए मनोज अलीगढ़ी के खिलाफ एनसीआर दे दी।
इसके विरोध में अलीगढ़ के विभिन्न पत्रकार संगठनों के अध्यक्ष सहित प्रिंट व इलेक्ट्रोनिक मीडिया के पत्रकारगण एसएसपी से मिलने पहुंचे तथा निष्पक्ष कार्यवाही की मांग की। एसएसपी ने निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया है। वहीं यह मामला सोशल मीडिया पर भी काफी छाया हुआ है। विभिन्न संगठन अमुवि के इस कृत्य की निंदा कर रहे हैं।
एसएसपी से मिलने वालों में सुबोध सुहृद, राजाबाबू, ज्ञानचंद्र वार्ष्णेय, आलोक सिंह, मौ. कामरान, देवेंद्र वार्ष्णेय, पंकज शर्मा, पंकज सारस्वत, आसिफ खान, अभिषेक माथुर, मौ. आतिफ, अर्जुनदेव वार्ष्णेय, पंकज धीरज, डॉ. यास देहलवी, आस मौहम्मद, इरम आगा, प्रवीन कुमार, सुंदर सिंह, मौ. अकरम, जेपी सिंह, देव कुमार, हसन खालिद, राजकुमार, आरपी शर्मा, दिलीप कुमार, गोपालकृष्ण, मौ. अदनान, महेश जादौन, वसीम अहमद, दिलीप कुमार आदि मौजूद रहे।