
अश्विनी कुमार श्रीवास्तव-
मुझे नहीं लगता कि नरेंद्र मोदी को पूरा विपक्ष मिलकर भी साल 2024 के चुनाव में हरा पाएगा। बंगाल में एक दंगा हुआ और मीडिया दिलोजान से लग गया हिन्दू और मुसलमान मुद्दे पर अपने एक – एक रिपोर्टर और एंकर को लगा दिया , चर्चा, लोगों की राय और तरह- तरह की रिपोर्ट दिखाने के लिए।

अदानी मुद्दे पर राहुल की सारी मेहनत पर पानी फेर दिया दंगे के बाद बंगाल में मुसलमानों का हिमायती बनकर दिए गए मम्मता बनर्जी के बयान में। दंगा किसने कराया , यह तो जांच में भी कोई नहीं बता पायेगा लेकिन दंगा होने के बाद भड़काऊ बयानों से इस मुद्दे को गरम रखने में बंगाल में ममता और पूरे देश में भाजपा को ही इसका फायदा मिलेगा, यह सच जानने के लिए किसी जांच की जरूरत नहीं है।
मीडिया पर तो वैसे भी गोदी मीडिया का लेबल लग चुका है इसलिए मीडिया अगले साल चुनाव से पहले इस मुद्दे पर ही दिन- रात जनता, विपक्ष, हिन्दू – मुसलमान धर्मगुरु व नेता समेत एक से बढ़कर एक विशेषज्ञ से स्टूडियो में जबरन चर्चा करवा कर और बाहर मुंह में माइक घुसेड़ कर कुछ न कुछ कहलाती रहेगी।
मुस्लिम तो यूं भी धर्म को ही सबसे ज्यादा अहमियत देते हैं इसलिए धर्म के मसले पर बोलने में मुस्लिम जनता बहुत आगे रहती है। इसकी प्रतिक्रिया हिन्दुओं से कराने में बीजेपी की आईटी सेल, मीडिया , भाजपा नेताओं के उग्र बयान और बंगाल जैसे किसी भी दंगे की जोरदार भूमिका रहती ही है।
ऐसे जनमानस और व्यवस्था वाले देश में मोदी को हराने की उम्मीद ऐसे विपक्ष से रखना मूर्खता ही है, जो विपक्ष अदानी घोटाले के मसले पर जांच के लिए जेपीसी का गठन करवाना तो दूर, मोदी को संसद में बयान देने या मीडिया बुलाकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करने के लिए मजबूर नहीं कर पा रहा।
माहौल स्पष्ट बता रहा है कि भाजपा अगले साल चुनाव में एक बार फिर हिन्दू- मुसलमान, देशभक्ति, कश्मीर, पाकिस्तान आदि मुद्दों पर ही लड़ने के लिए विपक्ष को मजबूर कर देगी। इन मुद्दों पर हिन्दुओं के वोट की ठेकेदारी अकेले बीजेपी के पास है जबकि मुसलमानों का वोट खींचने के लिए कांग्रेस समेत हर राज्य में तमाम छोटे – बड़े दल हैं।