जयपुर। राजस्थान सूचना आयोग में मुख्य सूचना आयुक्त आशुतोष शर्मा का शानदार कार्यकाल गुरुवार को समाप्त हो गया। इस अवसर पर सूचना आयोग में गुरुवार को एक गरिमा में गरिमामय कार्यक्रम में शर्मा की प्रशंसा करते हुए विदाई दी गई।
इस अवसर पर शर्मा ने आयोग के अधिकारियों वह स्टाफ को सहयोग के लिए धन्यवाद दिया। आशुतोष शर्मा को सूचना आयोग में पैरवी करने वाले अधिवक्ताओं एवं आरटीआई कार्यकर्ताओं ने अलग से विदाई दी और उनका आभार व्यक्त किया।
आरटीआई कार्यकर्ताओं ने शर्मा की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने सूचना का अधिकार को बढ़ाने एवं आम जनता के हित में अनेक निर्णय दिए जो आरटीआई के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होंगे।
देश और प्रदेश के जाने-माने वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष शर्मा ने 6 नवंबर 2015 को सूचना आयुक्त का कार्यभार संभाला था। अपने 5 वर्ष के कार्यकाल में शर्मा ने करीब 20,000 से अधिक द्वितीय अपीलों का निस्तारण किया तथा पारदर्शिता के लिए अनेक चर्चित फैसले दिए।
शर्मा ने सूचना नहीं देने वाले सरकारी अधिकारियों से सख्ती से पेश आते हुए अनेक मामलों में जुर्माने से दंडित किया। वही सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत ज्यादा से ज्यादा सूचनाओं के स्वत: प्रकटन के लिए भी कई निर्णय किए।
उनके प्रमुख निर्णयों में राज्य के मंत्रियों के कार्यालय में लोक सूचना अधिकारी की नियुक्ति, राज्य लोक सेवा आयोग के भर्ती परीक्षाओं में सफल अभ्यर्थियों के अंको को वेबसाइट पर प्रदर्शित करने, राजस्थान उच्च न्यायालय में आरटीआई आवेदनों की फीस कम करने, नगरपालिका कमेटियों वह बोर्ड की बैठक को के निर्णय सार्वजनिक करने, विश्वविद्यालयों में बोम की बैठक के मिनट्स वेबसाइट पर डालने जैसे निर्णय प्रमुख है।
शर्मा ने राज्य में पहली बार झालावाड़ जिले में मौके पर जाकर अपीलों की सुनवाई कर नई शुरुआत की साथ ही पिछले दिनों कोविड-19 महामारी के काल में जीवन व स्वतंत्रता से जुड़े अर्जेंट मामलों की व्हाट्सएप के जरिए भी सुनवाई की।