
द ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग रेग्युलेटर और ब्रिटेन के ऑफिस ऑफ कम्युनिकेशन्स (आफकाम) ने हिंदी न्यूज चैनल रिपब्लिक भारत को ब्रिटेन में संचालित करने वाली कंपनी वर्ल्डव्यू मीडिया नेटवर्क लिमिटेड के खिलाफ बीस हजार पाउंड का जुर्माना ठोंका है व प्रसारण के गाइडलाइन का पालन करना का निर्देश दिया है.
इस तरह नफरत फैलाने वाले भारतीय न्यूज चैनल रिपब्लिक भारत ने एक नया रिकार्ड कायम कर लिया है. इस चैनल को भारत की सरकारें तो प्रश्रय देती हैं लेकिन दूसरे देश इंग्लैंड ने इसके कंटेंट को संज्ञान लेकर ठीकठाक जुर्माना ठोंक दिया है. इस चैनल और इसके मालिक अर्नब गोस्वामी पर आरोप है कि इसने पाकिस्तान के खिलाफ हेट स्पीच को बढ़ावा दिया.
रिपब्लिक भारत चैनल पर धारा 370 और भारत-पाक तनाव विषय पर बहस के दौरान अर्नब गोस्वामी और कुछ वक्ताओं ने सभी पाकिस्तानियों को आतंकवादी करार दिया था.
रिपब्लिक भारत द्वारा पाकिस्तानी लोगों के प्रति नफरत को बढ़ावा देने वाली सामग्री का संज्ञान लेते हुए यूके ब्रॉडकास्टिंग रेग्युलेटर की तरफ से आफकाम ने चैनल के मालिक अर्नब गोस्वामी पर 20,000 पॉन्ड का जुर्माना लगाया है.
ज्ञात हो कि हिंदी समाचार चैनल रिपब्लिक भारत का प्रसारण ब्रिटेन में भी किया जाता है. वर्ल्डव्यू मीडिया नेटवर्क लिमिटेड के पास रिपब्लिक भारत का लाइसेंस है. वर्ल्डव्यू मीडिया यूके में हिंदी भाषी समुदाय को ध्यान में रखकर प्रसारण करता है. द ब्रिटिश ब्राडकास्टिंग रेग्युलेटर और आफिस ऑफ कम्युनिकेशंस (आफकॉम) ने जुर्माना लगाने के साथ ही चैनल के लिए गाइडलाइंस भी जारी की हैं. इसके तहत चैनल को आफकाम के निर्देशों का प्रसारण करना होगा. इसके अलावा चैनल पर कोई भी प्रोग्राम रिपीट नहीं करने के निर्देश दिए गए हैं।
यह जुर्माना 6 सितंबर 2019 को गोस्वामी द्वारा प्रस्तुत दैनिक करंट अफेयर्स प्रोग्राम ‘पूछता है भारत’ के प्रसारण के एक एपिसोड के संबंध में लगाया गया है. इसमें पाकिस्तानी लोगों को आतंकवादी बताया गया. चैनल के कंसल्टिंग एडिटर गौरव आर्य ने कहा था कि पाकिस्तान के वैज्ञानिक, डॉक्टर, नेता, खिलाड़ी समेत पूरा राष्ट्र आतंकवादी है. एक्सपर्ट प्रेम शुक्ला ने पाकिस्तानी वैज्ञानिकों को चोर कहा. अर्नब गोस्वामी ने पाकिस्तानियों को कहा कि इधर हम वैज्ञानिक बनाते हैं तो उधर तुम लोग आतंकवादी बनाते हो.
आफकाम का कहना है कि ‘पूछता है भारत’ शो में बहुत सारी बिना मतलब की हेट स्पीच है और यह बहुत ही भड़काऊ है। यह नियम 2.3, 3.2 और 3.3 का उल्लंघन करता है। ऑफकॉम ब्रॉडकास्टिंग कोड के नियम 2.3 के मुताबिक किसी ब्रॉडकास्टर को सुनिश्चित करना चाहिए कि कोई भी भड़काऊ कंटेंट प्रसारित न हो। किसी धर्म या मान्यता के खिलाफ भेदभावपूर्ण और गलत भाषा का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए। नियम 3.2 के मुताबिक हेटस्पीच वाले पार्ट को ब्रॉडकास्ट नहीं करना है। नियम 3.3 के मुताबिक किसी व्यक्ति, ग्रुप धर्म या समुदाय के खइलाफ आपत्तिजनक और भद्दी टिप्पणी को ब्रॉडकास्ट नहीं करना है।