उत्तर प्रदेश के बड़े अफसरशाहो के काले कारनामों का खुलासे करने वाला समाचार पत्र ‘ निष्पक्ष प्रतिदिन’ एक बार फिर से शुरू हो गया है। अखबार सन 1982 से प्रकाशित हो रहा था और इसके 2 संस्करण सीतापुर और लखनऊ हुआ करते थे। इस अखबार के संपादक स्वर्गीय जगदीश शुक्ला हुआ करते थे।
इस अखबार ने प्रदेश के भ्रष्ट ब्यूरोक्रेट्स को समाज के सामने हमेशा सीधे तौर पर नंगा ही किया और एक से बढ़ कर एक स्कैम के खुलासे भी किए। संपादक की मृत्यु के बाद ये अखबार लगभग 5 सालो से भी ज्यादा समय से बंद था और अब इस अखबार को एक बड़े व्यापारी शरद सिन्हा ने टेक ओवर कर फिर से इसका प्रकाशन शुरू कर दिया है।
इस बार इस अखबार का लखनऊ और सीतापुर संस्करण के साथ – साथ दिल्ली संस्करण भी शुरू हो गया है और आने वाले समय में जल्द ही अखबार कई और संस्करणों के साथ मजबूती से उत्तर प्रदेश के पाठको को अपने खुलासो से रोमांचित करने वाला है।
लखनऊ के निर्भीक युवा पत्रकार अथर्व रस्तोगी को इस बार ‘निष्पक्ष प्रतिदिन’ का फिर से निर्भीक पत्रकारिता का लोहा मनवाने के लिए उतारा गया है। टीवी पत्रकारिता से प्रिंट में आए अथर्व रस्तोगी सरकारी विभागो में मजबूत पकड़ रखते है और विभागीय घोटालो का खुलासा करने के साथ अपनी बेबाक लेखनी के लिए जाने जाते हैं। देखना होगा कि अथर्व की कलम इस बार प्रतिदिन के माध्यम से आगे कितनी आग उगल पाती है। वैसे 20 दिनों में इस युवा पत्रकार ने अपनी लेखनी से कई बड़े अफसरशाहो का रक्तचाप बढ़ा दिया है।